डॉ मो0 आरिफ
वाराणसी. एम ट्रस्ट एव ऑक्सफैम इंडिया द्वारा लघु एव सीमांत गन्ना के किसानों के मुद्दे पर सामाजिक संगठनों के बैठक का आयोजन किया गया। जिसमे वाई डी कॉलेज के पोलटिकल साइंस के प्रोफेसर डा संजय ने कहा की उत्तर प्रदेश मे गन्ने की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। इससे लगभग 5.56 करोड़ लोगो को आजीविका चलती है। गन्ने मे महिलाओ की भागीदारी सबसे अधिक है। लेकिन इनका कार्य अदृश्य रूप मे देखा जाता है। इनके दायरे सीमित है। वो खेतो मे काम करती है। लेकिन निर्णय नही ले सकती है।
कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम संमवन्यक रणविजय ने किया और रणविजय ने कहा की बच्चे का विकास मे एक माँ का अहम रोल होता है, लेकिन जो मजदूर महिला होती है वह अपने बच्चे पर ज्यादा ध्यान नही दे पाती है। जिसके कारण उनके बच्चो का विकास नही हो पता है। इनके बच्चो के लिए अलग से व्यस्था हो। जिससे इन बच्चो का विकास हो सके।
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