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उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में दुस्साहसिक तरीके से भाजपा नेता की गोली मार कर हत्या, भाजपा कार्यकर्ता पर ही है शक की सुई

आफताब फारुकी/ आदिल अहमद

फिरोजाबाद: प्रदेश में बेख़ौफ़ होते अपराध और अपराधियों ने आज एक और दुस्साहसिक घटना को अंजाम दे डाला है। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में भाजपा के मंडल अध्यक्ष को घेर कर बदमाशो ने गोलिया मार कर मौत के घाट उतार दिया। बताया जा रहा है कि घटना को अंजाम बाइक सवार तीन बदमाशों ने दिया है। मृतक भाजपा के नेता डीके गुप्ता है। बीजेपी नेता पर यह हमला उस समय हुआ जब वह अपनी दुकान बंद करके निकल रहे थे। पुलिस ने अपराधियों की तलाश तेज कर दी है।

फिरोजाबाद के एसएसपी सचिंद्र पटेल ने PNN24 न्यूज़ से बताया कि शुक्रवार रात बीजेपी नेता डीके गुप्ता की बाइक पर आए तीन अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। स्थानीय लोगों का दावा है कि मृतक डीके गुप्ता बीजेपी नेता थे।  डीके गुप्ता अपनी दुकान बंद करके जा रहे थे उसी वक्त बाइक पर आए तीन बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी। परिजनों ने पीड़ित की जान बचाने के लिए उन्हें आगरा ले जाने की कोशिश की, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। परिवारवालों ने कुछ संदिग्धों के नाम बताए हैं, जिनका पीड़ित के साथ विवाद चल रहा था। हम मामले की जांच करेंगे और अपराधियों को जल्द गिरफ्तार करेंगे।

फिरोजाबाद के भाजपा नेता की गोली मारकर हत्या के बाद आगरा के रामरघु हॉस्पिटल में भी हंगामा हुआ। भाजपा नेता की मौत के बाद परिजन और समर्थको ने जमकर हॉस्पिटल के बाहर हंगामा किया। आगरा के एम जी रोड पर जाम लगाने का प्रयास हुआ। एसपी सिटी ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुचकर आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया। भाजपा नेता को गोली लगने के बाद आगरा के रामरघु हॉस्पिटल में रैफर किया गया था।

पार्टी कार्यकर्ता पर ही लगा आरोप

बीजेपी नेता की हत्या में पार्टी से ही जुड़े कार्यकर्ता की संलिप्तता नजर आ रही है। पुलिस ने बीजेपी मंडल अध्यक्ष दयाशंकर गुप्ता की हत्या के आरोप में बीजेपी से ही जुड़े एक शख्स वीरेश तोमर और उसके दो चाचा को हिरासत में लिया है। दयाशंकर के परिवार वालों ने वीरेश तोमर पर हत्या का शक जताया था। वीरेश दयाशंकर के ही गांव रतिगढ़ी का रहने वाला है। वीरेश और दयाशंकर के परिवार में गांव की राजनीतिक रंजिश चलती है। वीरेश पहले किसी दूसरी पार्टी में था लेकिन हाल ही में वह बीजेपी में आ गया था। स्थानीय लोगों के मुताबिक उसके बीजेपी में आने से दयाशंकर असहज थे।

आगरा जोन के आईजी सतीश गणेश ने पत्रकारों को बताया कि  2015 में दयाशंकर और वीरेश के चाचा नरेंद्र तोमर रतिगढ़ी गांव में प्रधान का चुनाव लड़े थे। यह चुनाव दयाशंकर हार गए थे और नरेंद्र तोमर जीत गए थे। इससे भी दोनों लोगों में रंजिश थी। हाल ही में वीरेश और दयाशंकर के बीच फेसबुक पर भी गर्मागर्मी हो गई थी। फिलहाल पुलिस वीरेश तोमर के दो चाचा नरेंद्र तोमर और देवेंद्र तोमर को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

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