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बिहार चुनाव – तेजस्वी के दस लाख नौकरी देने के वायदे पर बोले नितीश – पैसा कहा से लाओगे, क्या नकली नोट दोगे या जेल से आएगा

अनिल कुमार

पटना:  बिहार चुनाव में जुबानी जंग और मंचो से बाते अब तेज़ हो गई है। बिहार में महागठबंधन के सीएम उम्मीदवार तेजस्वी यादव द्वारा दस लाख लोगो को नौकरी देने का वायदा करना वर्त्तमान मुख्यमंत्री नितीश कुमार के लिये एक चुनौती बन चूका है। ये वायदा रोज़गार के मुद्दे पर एनडीए के लिए एक बड़ा सरदर्द साबित हो रहा है। शायद यही कारण है कि आज नितीश कुमार जिनको सुशासन बाबु के नाम से जाना जाता है वो खुद इस वायदे को लेकर अपनी भड़ास निकालते दिखाई दिए। उन्होंने यहां तक कह डाला कि पैसा कहां से लाओगे? क्योंकि राज्य में तो पैसा नहीं होगा। फिर उन्होंने कहा कि करोगे तो पैसा कहां से आएगा? ऊपर से आएगा? कहां से आएगा, या नकली नोट मिलेगा, या जेल से आएगा?

नीतीश कुमार मंगलवार को बिहार के भोरे विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आजकल देखते हैं कि बोला जा रहा है कि इतने लोगों को नौकरी देंगे। उन्होंने कहा कि ऐसा कहीं है दुनिया में कि इतने लोगों को नौकरी दोगे। तो बाकी लोगों को क्यों नहीं नौकरी दोगे? सबको दे दो। नीतीश कुमार ने पूछा कि पैसा कहां से लाओगे, जिसके चलते अंदर गए हो उसी पैसा से होगा। नीतीश ने कहा कि इतने लोगों को वेतन देने के लिए पैसा राज्य मद में नहीं होगा।

उन्होंने कहा कि लालू-राबड़ी राज में बजट जहां 24,000 करोड़ का होता था वह आज की तारीख में बढ़कर 2,11,000 करोड़ से अधिक हो गया है। हमारे कार्यकाल में छह लाख से अधिक लोगों को अब तक रोज़गार मिला है और 70, हजार लोगों की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। इसके बाद नीतीश कुमार ने अपने आक्रामक अंदाज़ में कहा कि जो होना नहीं है तो हो ही नहीं सकता। अगर करोगे तो पैसा कहां से आएगा? ऊपर से आएगा कि नकली नोट मिलेगा? क्या मिलेगा? यह जेल से आएगा, कहां से आएगा? उनका कहना था कि लोगों को किसी चीज का एहसास नहीं है। लोगों को भ्रमित होने की ज़रूरत नहीं है।

तेजस्वी और उनके माता-पिता को निशाने पर रखते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि पति-पत्नी के राज में लोग बिहार से पलायन खराब विधि व्यवस्था के कारण मजबूर थे। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को विकास से क्या मतलब है। अपनी चिंता रहती है, लोगों की चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि लोगों को भ्रमित कर वोट लिया जाता था लेकिन क्या किया, केवल परिवारवाद में लगे रहते हैं। जबकि हमारे लिए नीतीश कुमार ने कहा कि पूरा बिहार एक परिवार है और आपकी सेवा करना हमारा धर्म है।

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