रवि पाल/हर्मेश भाटिया
हाथरस. उत्तर प्रदेश के हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद को पुलिस ने हाथरस जाने से रोक दिया है। वही दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश पुलिस का बर्बर चेहरा भी सामने आया है जब सपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने जमकर लाठी चार्ज किया। इस दरमियान पुलिस ने ये भी नहीं देखा कि उसकी लाठी किसी महिला पत्रकार जो देश के पांचवे प्रधानमंत्री के पौत्र जयंत चौधरी का वर्जन ले रही है को भी लग जायेगी। उसको तो बस लाठियां चटकाना था और जमकर चटकाई। बताते चले कि सपा और आरएलडी के कार्यकर्ता आज हाथरस पीडिता के परिजनों से मिलने जा रहे थे।
बताया जा रहा है कि पुलिस ने उनको गाव में जाने से रोकने के लिए बैरिकेटिंग लगा रखा था। इस दरमियान प्रशासन का कहना है कि आरएलडी और सपा के कार्यकर्ताओं ने बैरिकेटिंग तोड़ दिया। जिसके बाद पुलिस ने जबरदस्त लाठी चार्ज किया। इस लाठी चार्ज में आरएलडी चीफ जयंत चौधरी को भी कुछ लाठियां लग गई। वही उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने खुद के शरीर पर लगातार लाठियां सहकर अपने नेता जयंत चौधरी की हिफाज़त पुलिस की लाठियों से किया।
लाठीचार्ज उस समय हुआ जब जयंत चौधरी एक महिला पत्रकार को इंटरव्यूव दे रहे थे। इस दौरान वह सवालों का जवाब ही दे रहे थे कि अचानक पीछे से लाठी चार्ज हुआ। जयंत चौधरी महिला पत्रकार के आगे ढाल के तौर पर आगे बढे और पुलिस कर्मी पीछे से लाठियां भाज रहे थे। इस दरमियान उनको ये भी ज़रा सा फिक्र नही दिखाई दे रही थी कि उनकी ये लाठी एक महिला पत्रकार को भी लग सकती है। महिला पत्रकार लाठीचार्ज से खुद को बचाती हुई तेज़ी से दौड़ कर किनारे होती है। वही जयंत चौधरी के चारो तरफ उनके कार्यकर्ता उन्हें घेर कर खड़े हो जाते है। इस दरमियान पुलिस कर्मी बर्बरता पूर्वक उन कार्यकर्ताओं को लाठियों से पीटते रहते है।
इसी दरमियान मौके पर एक मजिस्ट्रेट आते है और पुलिस कर्मियों को लाठी चलाने से रोकते है। मगर तब तक कई कार्यकर्ता लाठियों के प्रहार से चोटिल हो चुके रहते है। खुद जयंत चौधरी के भी लाठी लगती है। लाठी चलाने वाले पुलिस कर्मियों के अंदाज़ को आप वीडियो में देख सकते है कि किस बर्बरता से वह लाठी भाज रहे है। उनको ये भी फिक्र नही है कि जिस इंसान को वो अपनी लाठियों से निशाना बनाना चाहते है वह लन्दन यूनिवर्सिटी का पढ़ा हुआ, किसान नेता अजीत सिंह का बेटा जयंत चौधरी है। वही जयंत चौधरी जिसके दादा इस देश के पांचवे प्रधानमंत्री रहे है। उनको तो सिर्फ अपनी लाठियों को इंसान के शरीर पर पटकना था। तो वो पटक रहे थे। अब घायल कौन होता है इसका उनसे क्या लेना देना।
बहरहाल, ये उत्तर प्रदेश पुलिस का हाथरस काण्ड में बर्बरता का कोई नया मामला नहीं है। जब उत्तर प्रदेश पुलिस का एक सिपाही एक राष्ट्रीय स्तर की महिला नेता के कपडे पकड़ सकता है और उसको शर्म भी नही आती है तो फिर ये लाठी चार्ज का तो एक बहाना बैरिकेटिंग टूटना था। गौरतलब हो कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार हाथरस के प्रकरण में सीबीआई जांच का आदेश दे दिया हैं। इस मामले में एसआईटी की टीम भी जांच कर रही है। एसआईटी टीम आज रविवार को पीड़ित परिवार के घर पहुंची।
इस दरमियान भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद भी पीड़ित परिवार से मिलने हाथरस जा रहे हैं। उन्हें रास्ते में रोक लिया गया है। भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को हाथरस जाने से रोका गया। उन्हें अलीगढ़ से हाथरस के बीच रोका गया। भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद आज पीड़ित परिवार से मुलाकात करने के लिए हाथरस जा रहे थे।
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