तारिक आज़मी
पटना। बिहार चुनाव में शहरी ईवीएम खुल चुके है। चुनावी रण में एक कमाल सामने आ रहा है। जिस प्रकार से एनडीए ने अपनी पूरी ताकत झोकते हुवे बिहार चुनाव लड़ा था, साथ ही बड़े भाई की भूमिका में आने के लिए जो कुछ एलजेपी के चिराग पासवान का अलग थलग रहकर नितीश को डेंट देने का अरमान था। उसको अगर ध्यान से देखे तो काफी कुछ कामयाब और बहुत कुछ नाकाम नज़र आ रहा है।
वर्त्तमान रुझानो पर नज़र डाले तो एनडीए जहा 108 सीटो पर बढ़त बनाए हुवे है वही महागठबंधन ने बढ़िया प्रदर्शन किया है और अब तक 115 सीटो पर बढ़त बनाए हुवे है। जिसमे कांग्रेस को 25 सीट की बढ़त हासिल है। वही आरजेडी के खाते में अब तक 73 सीट की बढ़त है। साथ में लेफ्ट पार्टियों ने भी बढ़िया प्रदर्शन किया है और कुल 10 सीट पर बढ़त हासिल किये हुवे है।
वही एनडीए की बात करे तो भाजपा तोडा फायदे में दिखाई दे रही है जिसको 66 सीट पर बढ़त हासिल है। वही जदयू को 39 सीट पर बढ़त हासिल है। हम को अब तक 4 सीट पर बढ़त हासिल है। इसके साथ अगर हम बात करे चिराग पासवान की तो अब तक चिराग को कुल 9 सीट पर बढ़त हासिल है। यहाँ अगर हम एनडीए के साथ चिराग पासवान की सीट भी जोड़ देते है तो फिर इस तरीके से एनडीए पहली नज़र में महागठबंधन से आगे दिखाई देगा। मगर इसमें एक बड़ी सियासी पेंच रहेगी।
इस ऊपर नीचे के खेल के बीच अगर नज़र दौडाए मतों के विभाजन पर तो कुछ तस्वीर साफ़ हो सकती है। पिछले चुनाव में हुवे मतों के विभाजन को अगर इस चुनाव में देखे तो महागठबंधन को इस बार 14 प्रतिशत के करीब मतो का फायदा दिखाई दे रहा है। ये ट्रेंड अगर ऐसे ही बना रहता है तो फिर महागठबंधन की जीत लगभग सुनिश्चित है।
हार स्वीकार किया नितीश की पार्टी के प्रवक्ता केसी त्यागी ने
सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड के प्रवक्ता केसी त्यागी ने हार स्वीकार कर ली है। एनडीटीवी से बात करते हुए हालांकि उन्होंने कहा, हमें तेजस्वी यादव ने नहीं बल्कि प्राकृतिक आपदा ने हराया है। त्यागी ने कहा कि हमें प्राकृतिक आपदा ने हराया है। न तो ब्रांड नीतीश गायब हुआ है और न ही तेजस्वी यादव स्थापित हुए हैं।गौरतलब है कि बिहार से अब तक जो रुझान आए हैं, उसमें एनडीए और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर चल रही है। मुकाबला इतना नजदीकी है कि परिणाम को लेकर कोई भी अनुमान लगाना बेहद मुश्किल हो रहा है।
केसी त्यागी ने कहा, ‘हम लोगों के फैसले का स्वागत करते हैं, हम आरजेडी या तेजस्वी यादव से नहीं हारे हैं, राष्ट्रीय आपदा से हारे हैं।’ उन्होंने कहा कि हम केवल कोविड-19 के कारण पीछे चल रहे हैं। हम बिहार के पिछले 70 साल की खराब हालत का परिणाम भुगत रहे हैं। एनडीए की बात करें तो बीजेपी की सीटों में जहां इजाफा हो रहा है, वहीं नीतीश कुमार के जेडीयू की सीटों में कमी आई है, हालांकि एनडीए और महागठबंधन के बीच बेहद करीबी मुकाबला है।
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