ए जावेद
वाराणसी। बिजली के 30 गुना तेज चलने वाले स्मार्ट मीटर और करंट दौड़ते ही 100 गुना तेज चलने वाले नए इलेक्ट्रॉनिक मीटर बिजली विभाग और प्रदेश सरकार के भ्रष्टाचार की देन हैं। उक्त वक्तव्य पंडित कमलापति त्रिपाठी फाउंडेशन द्वारा जारी करते हुए कहा गया है.
प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से पंडित कमलापति त्रिपाठी फाउडेशन ने कहा है कि कोरोना महामारी से बुरी तरह त्रस्त और आर्थिक रूप से बदहाल प्रदेश का आम उपभोक्ता आज बिजली विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों की मनमानी और उत्पीड़न का शिकार होकर रह गया है, जबकि उसकी आवाज को सुनने वाला कोई नहीं है। बिजली विभाग के आला अधिकारियों और सरकार की मिलीभगत से पूरे प्रदेश में लगाए गए स्मार्ट मीटर टेस्टिंग में 30 गुना से अधिक चलते हुए पाए गए हैं, जरा सोचिए इतनी तेज चलने वाल मीटरों के कारण उपभोक्ताओं पर पड़ने वाला आर्थिक बोझ कितना घातक है ?
अभी बिजली विभाग और सरकार स्मार्ट मीटरों का समीक्षा कर ही रही थी कि इसी बीच मीडिया के माध्यम से यह समाचार आया है कि किसी दूसरी एजेंसी द्वारा लगाए जाने वाला सामान्य इलेक्ट्रॉनिक मीटर भी लगते ही सैकड़ों गुना तेजी से चलते हुए पाया गया है, जिसमें करेन्ट देते ही मनमानी यूनिट बिजली खर्च होना दर्ज हो जा रहा है। यह सारी चीजें स्पष्ट करती है कि उत्तर प्रदेश सरकार आम आदमी के हितों के प्रति पूरी तरह से असंवेदनशील और उदासीन है। जिसके चलते बिजली विभाग के भ्रष्ट उच्चाधिकारी और स्थानीय अधिकारी अपने कर्मचारियों के माध्यम से उपभोक्ताओं को आये दिन बुरी तरह प्रताड़ित कर रहे हैं।
बक्तब्य में उत्तर प्रदेश सरकार और विद्युत नियामक आयोग से प्रबल मांग की गई है कि इस मीटर प्रकरण का तुरंत संज्ञान लेकर पूरे प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करे,अन्यथा बिजली उपभोक्ताओं के ऊपर हो रहे अत्याचार और उत्पीड़न से उत्पन्न होने वाला जनाक्रोश बिजली विभाग और उत्तर प्रदेश सरकार की नींदे उड़ा देगा।
बक्तब्य देने वालों में प्रमुख रूप से उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष विजय शंकर पान्डेय,जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा, उत्तर प्रदेश कांग्रेस सूचना अधिकार प्रकोष्ठ के पूर्व चेयरमैन बैजनाथ सिंह, पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजयशंकर मेहता, छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह, पी0सी0सी0 सदस्य भूपेन्द्र प्रताप सिंह, जिला कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष राकेश चन्द्र शर्मा, पूर्व उपाध्यक्ष त्रिभुवन पान्डेय, सुशील सोनकर, पूर्व महामंत्री अशोक कुमार पाण्डेय, प्रमोद श्रीवास्तव,डा0 उमापति उपाध्याय, विनोद कुमार सिंह कल्लू, युवा नेता पुनीत मिश्रा विपिन मेहता, शुभम राय आदि रहे।
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