आफताब फारुकी
नई दिल्ली। एक तरफ किसानो ने अपना आन्दोलन तेज़ कर दिया है वही केंद्र सरकार ने समाधान हेतु आधा दर्जन मर्तबा किसानो के साथ वार्ता किया। इन सभी वार्ता को बेनतीजा ही माना जा रहा है क्योकि किसान कृषि कानूनों के वापस लेने से कम पर राज़ी नही है। वही केंद्र के नए कृषि कानूनों का विरोध करने वाले किसानों के अगले 24 से 48 घंटों में सरकार के साथ बातचीत के जरिए समाधान पर पहुंचने की संभावना का दावा हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने किया है।
उन्होने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि “मुझे उम्मीद है कि केंद्र और किसानों के बीच बातचीत होगी और फलदायी होगी। मुझे उम्मीद है कि अगले 24 से 48 घंटों में वार्ता का अंतिम दौर होगा और दोनों पक्ष निर्णायक समाधान पर पहुंचेंगे।”
उन्होंने कहा, “किसानों के प्रतिनिधि के रूप में यह मेरा दायित्व है कि मैं उनके अधिकारों को सुरक्षित रखूं। मैंने केंद्रीय मंत्रियों से इस विषय पर चर्चा की। मुझे उम्मीद है कि आपसी सहमति से एक रास्ता मिल जाएगा और गतिरोध का समाधान हो जाएगा। केंद्र सकारात्मक है।”
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