आफताब फारुकी/ तारिक़ खान
डेस्क: अमेरिका में कैपिटॉल परिसर के बाहर निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई, जिसके बाद परिसर को ‘‘लॉकडाउन” (प्रवेश एवं निकास बंद) कर दिया गया। कैपिटल के भीतर यह घोषणा की गई कि ‘‘बाहरी सुरक्षा खतरे” के कारण कोई व्यक्ति कैपिटॉल परिसर से बाहर या उसके भीतर नहीं जा सकता।
घटना उस समय हुई जब नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन की जीत को प्रमाणित करने के लिए सांसद, संसद के संयुक्त सत्र के लिए कैपिटॉल के भीतर बैठे थे, तभी अमेरिका कैपिटल पुलिस ने इसके भीतर सुरक्षा के उल्लंघन की घोषणा की। पुलिस के साथ झड़प में अब तक चार लोगों की मौत होने की खबर है। अमेरिका के इतिहास में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर बवाल जितना इस बार हुआ है, शायद ही कभी हुआ हो।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप डेमोक्रेट जो बाइडेन की जीत स्वीकार करने को पहले ही तैयार नहीं थे, लेकिन शायद ही किसी को अंदाजा होगा कि हालात इतने बिगड़ जाएंगे। ट्रंप समर्थक बुधवार को जबरन संसद कैपिटल में घुस गए, तोड़फोड़ और हिंसा हुई। गोली भी चली और इसमें चार लोगों की जान भी चली गई। मिलिट्री की स्पेशल यूनिट ने दंगाइयों को खदेड़ा। कई घंटे बाद संसद की कार्यवाही फिर शुरू हुई। यह अब भी जारी है। इतिहास कर बताते हैं कि अमेरिकी संसद पर इस तरह का हमला 200 साल में पहली बार देखा गया है। यह घटना इतनी गंभीर है कि खुद रिपब्लिकन नेता लोकतंत्र पर हुए इस हमले के बाद डोनाल्ड ट्रंप को बाहर करने की मांग करने लगे हैं।
लोकतंत्र पर बड़ा सवाल, हुआ वही जिसका था डर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने अमेरिकी संसद भवन परिसर को युद्ध के मैदान में तब्दील कर दिया है। वहां सुरक्षाकर्मियों और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पें हुई हैं। संसद परिसर में गोलियां भी चलाई गईं, जिसमें एक महिला की मौत हो चुकी है। चुनौतीपूर्ण हालात से निपट रहे सुरक्षा अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों पर बंदूकें तान दीं। दूसरी तरफ सांसदों को गैस मास्क पहनाया गया है। उपद्रवी प्रदर्शनकारियों को संसद भवन पर चढ़ते देखा गया। प्रदर्शनकारियों ने कैपिटल बिल्डिंग की खिड़कियों के शीशे भी तोड़े हैं। इस तरह ट्रंप समर्थकों ने अमेरिकी चुनाव को पलटने की दिशा में जबर्दस्त तरीके से हिंसक कार्रवाई की और माहौल अराजक बना दिया।
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कुछ प्रदर्शनकारियों ने स्पीकर नैन्सी पेलोसी के दफ्तर पर भी कब्जा जमा लिया और चुपचाप वहीं बैठ गए। बता दें कि ट्रंप ने अपने समर्थकों से कहा था कि बुधवार का दिन ‘अराजक’ होगा। अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई ने बताया कि उन्होंने दो संदिग्ध विस्फोटक निष्क्रिय किया है और अधिकारियों ने हमले के चार घंटे बाद यूएस कैपिटल को सुरक्षित घोषित किया।
ट्वीटर, और फेसबुक ने सस्पेंड किया ट्रंप का अकाउंट
ट्विटर ने ट्रंप के कुछ ट्वीट्स को हटाने के साथ ही 12 घंटे के लिए उनका हैंडल सस्पेंड कर दिया। ट्विटर के इस एक्शन के बाद फेसबुक और इंस्टाग्राम ने भी उनपर 24 घंटे का बैन लगा दिया। इस प्रकार से ट्रंप फिलहाल अगले 24 घंटे तक सोशल मीडिया का कोई उपयोग नही कर पायेगे।
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