तारिक आज़मी
वाराणसी। वाराणसी के दशाश्वमेघ क्षेत्राधिकारी के कार्यालय में आज एक अजीबो गरीब मामला लेकर एक फरियादी पंहुचा। फरियादी झारखंड के धनबाद जनपद स्थित सीरामपुर, श्रीराम पुर का निवासी खुद को बताते हुवे फ़रियाद लगाया कि वह पिछले कुछ वर्ष से चंदौली जनपद के चौरहट (पड़ाव) क्षेत्र में अपनी पत्नी और दो बच्चो सहित दालमंडी के एक खुद को नेता बताने वाले बादशाह अली के भांजे राशिद खान के मकान में किराए पर रहता है और सब्जी का ठेला लगाता है। फरियादी ने आरोप लगाते हुवे कहा कि बादशाह अली का भांजा राशिद खान मेरी पत्नी को बहला फुसला कर अपने अपराधिक गैंग में शामिल कर लिया और कल उसको लेकर भाग गया है।
फरियादी ने क्षेत्राधिकारी से फ़रियाद लगाते हुवे बताया कि पिछले हफ्ते मैं अपने पत्रिक जनपद गया हुवा था तभी राशिद खान ने मेरी पत्नी से अवैध सम्बन्ध बनाये। फिर मेरी पत्नी को बहका कर दालमंडी के एक व्यक्ति का फोटो दिखा कर उसका घर दिखा कर उस पर रेप जैसा घिनौना और झूठा आरोप लगाया। जब मामले की जानकारी मुझको लगी तो मैंने इसका विरोध किया और फिर राशिद तथा मेरी पत्नी ने मुझको मारपीट कर घायल कर दिया। जिसके बाद राशिद मेरी पत्नी को लेकर भाग गया।
फरियादी ने बड़ा आरोप लगाते हुवे मीडिया कर्मियों को बताया कि इसी तरह इन लोगो ने मिलकर मेरी बहन को सामने करके धनबाद के एक भाजपा नेता पर बलात्कार का आरोप लगाया था और उससे 5 लाख की अवैध वसूली किया था। खुद को पीड़ित बताने वाले व्यक्ति ने रोते हुवे अपने बच्चों को दिखाते हुवे कहा कि अब मेरा परिवार उजाड़ गया है। इसके पहले भी वह मेरी पत्नी को लेकर अजमेर भाग गया था। मैं इन बच्चो की परवरिश कैसे करूँगा। मेरी पत्नी को लेकर राशिद खान भाग गया है। उसने इन्साफ की मांग करते हुवे फ़रियाद किया है कि ऐसे लोगो पर कड़ी कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए। इस प्रकरण के सम्बन्ध में जब हमने राशिद खान से बात किया तो उसने कहा कि वह झूठ बोल रहा है और ऐसी कोई बात नहीं हुई है। कैमरे पर बयान देने से मना करते हुवे राशिद ने कहा कि उसकी पत्नी खुद से मेरे साथ आई है। मैं किसी को लेकर भागा नही हु। मेरे ऊपर लगे सभी आरोप निराधार है।
बहरहाल, प्रकरण में गंभीर आरोप की जाँच तो होनी ही चाहिए। क्योकि जिस महिला ने दालमंडी क्षेत्र एक एक व्यवसाई संजय सहगल पर कुछ समय पहले रेप का आरोप लगाया था यह व्यक्ति उसी महिला का खुद को पति कह रहा है। वही उसके साथ आये दो बच्चे उस व्यक्ति के बात का समर्थन कर रहे थे। यदि आरोपों में तनिक भी सच्चाई है तो फिर ऐसे अपराधिक षड़यंत्र रचने वाले गैंग का खुलासा होना चाहिए।
दर्ज हुआ था धनबाद में भाजपा मंडल अध्यक्ष पर रेप का मुकदमा
हमने आरोप लगाने वाले व्यक्ति के बताये तथ्यों की जाँच के लिए जब धनबाद में इसकी जानकारी इकठ्ठा किया तो मालूम चला कि धनबाद जनपद के कतरास थाने पर अपराध संख्या 98/15 अंतर्गत धारा 376, 504, 506 दर्ज हुआ था। यह मुकदमा एक भाजपा के वरिष्ठ नेता पर दर्ज हुआ था। इस प्रकरण में जनवरी 2018 में चार्जशीट फाइल हुई थी। इस मामले में सबसे अचम्भे की बात ये रही कि प्रकरण में तीन गवाह वाराणसी से निकट चंदौली जनपद के चौरहट निवासी थे। इसकी वादिनी महिला का सम्बन्ध राशिद के ऊपर अपनी पत्नी को भगा ले जाने का आरोप लगाने वाले व्यक्ति से सगे भाई बहन का था। जिसमे यह व्यक्ति, इसकी पत्नी सहित एक अन्य चौरहट का व्यक्ति बतौर गवाह शामिल था। प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है जिस कारण अन्य कोई टिप्पणी से हम बचना चाहेगे, मगर जो सबसे अचम्भे की बात है कि उस मुक़दमे में वादिनी के सम्बन्ध दालमंडी के राशिद खान से निकल रहे है।
इसके पहले भी राशिद खान ने दर्ज करवाया है झूठा रेप और पाक्सो का मुकदमा
हम बादशाह अली की तो बात नही करते है, क्योकि बादशाह अली पर जो भी आरोप लगा रहा है वह कथित पीड़ित लगा रहा है जिसकी पत्नी को लेकर राशिद के भागने का मामला है। आपको बताते चले कि दालमंडी क्षेत्र निवासी बादशाह अली एक लोकतंत्र सेनानी भी है। यहाँ मुख्य मुद्दा उनका सगा भांजा राशिद खान है। हमने अपने खबर में एक खुलासा करते हुवे बताया था कि आदमपुर थाने में दर्ज अपराध संख्या 66/19 की वादिनी ने स्वीकार किया है कि उसने दबाव में एक झूठा मुकदमा पाक्सो और रेप का दर्ज करवाया है। उसने हमारे कैमरे इस प्रकरण में बयान देते हुवे कहा था कि राशिद ने उसको कम पैसो में ज़मीन दिलवाने और प्रदेश सरकार से डेढ़ लाख रुपया मुआवजा दिलवाने की लालच देकर और दबाव बना कर झूठा मुकदमा दर्ज करवाया था। ये वही राशिद खान है जिसने अपने विपक्षी पर दबाव बनाने और उसके द्वारा दाखिल किये गए मुक़दमे को वापस करवाने का दबाव बनाने के लिए आदमपुर थाने में एक षड़यंत्र के तहत झूठा रेप और पाक्सो का मामला दर्ज करवाया था।
इस प्रकरण में विवेचक ने साक्ष्यो के आधार पर ऍफ़आर लगा दिया था। अब दुबारा इस मामले में पुनार्विवेचना का आदेश हुआ है जो वादिनी के अदालत से दरखास्त देने पर हुआ है। इस मामले में वादिनी मुकदमा ने हमसे बात करते हुवे कहा कि हम अदालत में किसी तरीके की दरखास्त नही दिए थे। सब काम राशिद देख रहा है। उसी ने किया होगा और हम लोग इस केस को आगे नहीं बढाना चाहते है। वादिनी ने बताया कि हम लोगो को कम पैसे में ज़मीन नही मिली उलटे राशिद ने हम लोगो से ढाई लाख रुपया जो एक एक पैसा जोड़ कर हमने रखा था ले लिया और अब उस पैसे को भी वो वापस नही कर रहा है। उक्त प्रकरण की वादिनी ने बताया कि मेरी बड़ी बेटी की शादी राशिद के बड़े भाई से हुई है। उस बेटी का घर बसाने के लिए हम लोगो ने राशिद के इस झूठ में उसका साथ दिया।
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