मो0 कुमैल
कानपुर। रमजान-उल-मुबारक का पाकीज़ा महिना चल रहा है। इस रहमतो वाले महीने में रब की बारगाह में बंदे इबादतों का सिलसिला जारी रखे है। वही इस रमजान के मुक़द्दस महीने में लोग एक दुसरे ज़रुरतमन्दो की मदद भी दिल खोल कर करते है। ऐसे ही नेक कमाओ में है हयात जफर हाशमी और सदाकत खान कोरोना योद्धा की भूमिका निभा रहे हैं।
एमिटी यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले सदाकत “इंसानियत जिंदा” है नाम से एनजीओ भी चलाते हैं। वह कहते हैं कि कोरोना काल में लोग व्यवस्थाओं से ज्यादा प्रभावित हैं। ऑक्सीजन की कमी से कई लोग रोज दम तोड़ रहे हैं। इससे आहत होकर उन्होंने निशुल्क ऑक्सीजन सिलिंडर की सप्लाई का काम शुरू किया।
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