इन्सानियत के जज्बे वाला दरोगा राजीव सिंह, खुद का खून देकर बचाया एक ज़िन्दगी
ए जावेद
वाराणसी। पुलिस को लोग लाख हाशिये पर रखे और आलोचना करे, मगर हकीकत ये है कि वर्दी के अन्दर सख्त इंसान का दिल भी मुलायम होता है। वह भी इन्सानियत के लिए धड़कता है। वह भी इन्सानियत के जिंदा रहने की फिक्र करता है। ऐसा ही एक मामला वाराणसी के सारनाथ थाना क्षेत्र में आशापुर चौकी इंचार्ज राजीव सिंह का सामने आया जो आज सारा दिन वाराणसी की सोशल मीडिया साईट पर चर्चा और प्रशंसा का विषय बना हुआ था।
हुआ कुछ इस तरह कि आज व्हाट्सएप के ग्रुप में लहरतारा स्थित कैंसर अस्पताल में भर्ती एक महिला मरीज़ को ओ पोसिटिव ब्लड ग्रुप की आवश्यकता थी। सुबह से ही परिजन परेशान थे, मगर ब्लड की व्यवस्था नही हो पा रही थी। इस बात की जानकारी सोशल साईट व्हाट्सएप के एक ग्रुप पर आशापुर चौकी इंचार्ज राजीव सिंह को हुई। ओ पॉजिटिव ब्लड ग्रुप के राजीव सिंह ने अपने ज़रूरी काम फटा फट निपटाये और तुरंत लहरतारा कैसर हॉस्पिटल रक्त दान करने ख़ामोशी से पहुच गए।
वह नही चाहते थे कि इस मामले की चर्चा हो। उन्होंने मरीज़ के परिजनों से मुलकात किया और तुरंत ब्लड डोनेशन चेंबर में घुस गए। इस दरमियान एक पत्रकार की उन नज़र पड़ गई। अब पत्रकार कहा चुकने वाले। उन्होंने राजीव सिंह के इस गोपनीयता के साथ किये जा रहे इन्सानियत के काम को जग जाहिर करना अपना फर्ज जाना और धीरे से एक फोटो खीच लिया। इसके बाद राजीव सिंह ब्लड डोनेट कर निकले और परिजनों से किसी अन्य सहायता हेतु उनसे संपर्क करने को कहा और अपना नम्बर उपलब्ध करवाया।
अभी दरोगा राजीव सिंह अपने पुलिस चौकी पहुच भी नही पाए थे कि उनका रक्त दान करता हुआ फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। राजीव सिंह इसको देख कर खुद आश्चर्य चकित रह गए। हमसे बात करते हुवे उन्होंने कहा कि किसी की सहायता करना हमारा क्या हर किसी का फर्ज है। इन्सानियत के तकाज़े सिर्फ आम नागरिको पर लागू नही होते है बल्कि हम भी इंसान है। हमारे अन्दर भी एक दिल है। ये सिर्फ अपना कर्तव्य था जो मैंने निभाया। अन्य कोई आवश्यकता होने पर मरीज़ के परिजनों को सहायता अवश्य प्रदान करूँगा।