आदिल अहमद
नई दिल्ली। अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन की कोरोना से मौत का नई दिल्ली स्थिति एम्स ने खंडन कर दिया है। एम्स के अधिकारियों के हवाले से समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि छोटा राजन अब भी जिंदा है। इसके पहले तमाम मीडिया रिपोर्टों में अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन की कोरोना से मौत की खबर आई थी। बता दें कि छोटा राजन एम्स में भर्ती है। 26 अप्रैल को तबीयत बिगड़ने पर छोटा राजन को एम्स में भर्ती कराया गया था। 2015 में उसे इंडोनेशिया से गिरफ्तार किया गया था। तभी से वह दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद था।
क्या चल रही थी खबर
कोरोना वायरस के संक्रमित अंडरवर्ल्ड डॉन राजेंद्र निखलजे उर्फ छोटा राजन की मौत हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स में ये खबर सामने आई है। छोटा राजन कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती है। 61 वर्षीय छोटा राजन 2015 में इंडोनेशिया के बाली से प्रत्यर्पण के बाद अपनी गिरफ्तारी के बाद से ही दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। तिहाड़ जेल प्रशासन ने सोमवार को दिल्ली की एक सत्र अदालत को छोटा राजन के संक्रमित होने की जानकारी दी थी।
छोटा राजन के खिलाफ अपहरण, हत्या, तस्करी जैसे कई मामलों समेत 70 से ज्यादा केस दर्ज थे। वह अंडर वर्ल्ड डॉन था। मुंबई में छोटा राजन के खिलाफ दर्ज सभी मामले सीबीआई को स्थानांतरित कर दिए गए थे और उस पर मुकदमा चलाने के लिए विशेष अदालत गठित की गई थी। तिहाड़ के सहायक जेलर ने सोमवार को फोन के माध्यम से सत्र अदालत को बताया था कि वह एक मामले की सुनवाई के सिलसिले में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए राजन को न्यायाधीश के समक्ष पेश नहीं कर सकते हैं, क्योंकि डॉन छोटा राजन कोविड-19 से संक्रमित हो गया है और उसे एम्स में भर्ती कराया गया है।
सीबीआई की विशेष अदालत ने 1993 मुंबई सिलसिलेवार विस्फोट मामले के आरोपी हनिफ कड़ावाला की हत्या के मामले में अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन और उसके सहयोगी को 22 अप्रैल को ही बरी किया था। आतंकवादी हमले के मुख्य सरगना टाइगर मेमन के निर्देश पर कड़ावाला मुंबई में हथियार लेकर आया था जिसका इस्तेमाल 1993 के विस्फोटों में हुआ। हमलों में 250 से ज्यादा लोग मारे गए थे। कड़ावाला की सात फरवरी, 2001 में उसके कार्यालय में तीन लोगों ने हत्या कर दी थी।
हत्या के मामले की जांच कर रही सीबीआई ने आरोप लगाया था कि राजन ने लोकप्रियता पाने के लिए कड़ावाला की हत्या करायी है। केन्द्रीय एजेंसी ने आरोप लगाया था कि इससे पहले भी राजन ने विस्फोट मामले के कई आरोपियों की हत्या करायी है। उसके वकीलों ने कहा की साक्ष्य की कमी के कारण अदालत ने राजन और जायसवाल को बरी कर दिया।
बताते चले कि अप्रैल के आखिरी सप्ताह में कोविड संक्रमित पाए जाने के बाद छोटा राजन को दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था। रिपोर्ट्स से मुताबिक कुछ दिन तक हालत स्थिर बनी रहने के बाद छोटा राजन ने शुक्रवार को दम तोड़ दिया। मगर इस खबर के चलने के बाद AIIMS ने इसका खंडन करते हुवे कहा है कि छोटा राजन अभी जिंदा है
शाहीन अंसारी वाराणसी: विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट द्वारा…
माही अंसारी डेस्क: कर्नाटक भोवी विकास निगम घोटाले की आरोपियों में से एक आरोपी एस…
ए0 जावेद वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के शिक्षाशास्त्र विभाग में अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा विरोधी…
ईदुल अमीन डेस्क: सुप्रीम कोर्ट की दो जजों की बेंच ने संविधान की प्रस्तावना में…
निलोफर बानो डेस्क: उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के…
निलोफर बानो डेस्क: उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के…