किसान आन्दोलन – मेरठ टोल प्लाजा की दो लेन छोड़ सभी पर किसानो ने किया कब्ज़ा, बोले टिकैत- सरकार पीछे नही हटेगी तो किसान भी नही हटेगे
आदिल अहमद
मेरठ. तीनों कृषि कानून वापस लिए जाने की मांग एवं एमएसपी पर न्यूनतम मूल्य की खरीद गारंटी को लेकर पिछले काफी समय से गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और मेरठ से हजारों किसान रवाना हो चुके हैं। शिवाया टोल प्लाजा पर आठ लाइन पर किसानों का कब्जा रहा। दो आने और जाने की लाइन किसानों ने हंगामे के दौरान फ्री करा दीं, जो देर रात तक फ्री रही। इसलिए इस किसान टोल प्लाजा के पास ही नीचे गद्दे लगा कर सो गए, जबकि मुजफ्फरनगर की ओर से आने वाले अन्य किसान ट्रैक्टर और गाड़ियों से पहुंचते रहे। सुबह 9 बजे भारी संख्या में किसान कृषि कानून के खिलाफ गाजीपुर के लिए कूच करेंगे।
भाकियू प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी विनय कुमार ने बताया कि सहारनपुर जिले से करीब 15 ट्रैक्टर-ट्रॉली रवाना हुईं। इसके साथ ही किसान अपने निजी वाहनों से भी गाजीपुर के लिए कूच कर रहे हैं। सहारनपुर से शुरू होकर किसान यात्रा मुजफ्फरनगर से होते हुए मेरठ के शिवाय टोल प्लाजा पर पहुंची। यहां तकरीबन 150 ट्रैक्टरों के साथ भारी संख्या में किसान टोल प्लाजा पर मौजूद हैं। किसानों का कहना है कि जब तक केंद्र सरकार मांगे नहीं मान लेती वे पीछे नहीं हटेंगे। भारतीय किसान यूनियन की किसान यात्रा के पहुंचने से पहले ही पदाधिकारियों ने टोल प्लाजा को फ्री करा दिया। किसानों का आरोप था कि यहां पर प्रशासन ने किसानों के लिए यहां पानी की कोई व्यवस्था नहीं की है, जिस कारण किसान परेशान है।
धीरे-धीरे किसान शिवाय टोल प्लाजा पर आकर रुक रहे हैं। भगवती कॉलेज में किसानों के रुकने और खाने की व्यवस्था की गई है। साथ ही टोल प्लाजा को किसानों ने फ्री कर रखा है और आठ लाइन पर किसानों का कब्जा है। एसडीएम सरधना अमित भारतीय भी मौके पर पहुंचे और किसानों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने। रात में 10 बजे तक करीब सौ के आसपास ट्रैक्टर और 20 गाड़ियों से किसान पहुंचे हैं। उधर, भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत ने टोल प्लाजा पर शाम के समय पहुंचकर कार्यकर्ताओं के साथ खाना खाया और वहां की व्यवस्था को देखा। उन्होंने कहा कि किसान एकजुट होकर रहें और डटे रहें, जब केंद्र सरकार पीछे नहीं हट रही तो किसान भी पीछे नहीं हटने वाले हैं।