ए जावेद/ शाहीन बनारसी
वाराणसी। बीते दो दिनों से चर्चा में आये चोलापुर में ज़बरदस्ती सुलह करवा देने के आरोपों के बयान के बाद आज दुसरे पक्ष का भी बयान सामने आया है, इस बयान को गौर से देखे तो देख कर ही लगता है कि देनदारी को टालने के लिए आरोप लगाया जा रहा है। दुसरे पक्ष तिलकधारी गिरी ने अपना बयान जारी करते हुवे अनिल गिरी पर अमानत में खयानत का गंभीर आरोप भी लगाया है। इन आरोपों पर अगर ध्यान दे तो फिर अनिल गिरी द्वारा लगाये जा रहे आरोप बेबुनियाद साबित होते है।
तिलकधारी ने बताया कि विगत दो वर्षो से अनिल गिरी न तो किराया दे रहा था और न ही ट्रक ही वापस कर रहा था। रिश्तेदारों से दबाव बनवाने के बाद अनिल गिरी ने जून माह में ट्रक चोलापुर में ही खडी कर दिया और ट्रक का टायर वगैरह बेच दिया। जब टायर के लिए और बकाया किराया के लिए कहा तो दे दूंगा कहकर बात को टाल गया था। जिसके बाद थाना चोलापुर में मामले से सम्बन्धित तहरीर देकर पुलिस से मदद की गुहार लगाई गई। जिस पर स्थानीय पुलिस ने मामले में जांच एसआई आशीष पटेल को सौपी और एसआई आशीष पटेल ने दोनों पक्षों को थाने पर बुला कर आमने सामने बैठा कर बात करवाया।
क्या कहते है एसआई आशीष पटेल
प्रकरण में अनिल गिरी ने एसआई आशीष पटेल पर मारपीट का गंभीर आरोप लगाया है। हमने इस सम्बन्ध में एसआई आशीष पटेल से बात किया तो उन्होंने कहा कि “पुलिस का प्रयास रहता है कि पैसो के लेनदेन के मामलो में आपसी सहमती बन जाये। वैसे भी अमूमन इस प्रकार के मामलो में दोनों पक्षों को आमने सामने बैठा कर बात किया जाता है। इसी क्रम में अनिल गिरी को बुलवाया गया था। दुसरे पक्ष तिलकधारी गिरी ने 8 लाख का हिसाब दिखाया था। इन दोनों ने आपस में बातचीत करके मामले को तय कर लिया। आपसी लिखा पढ़ी के लिए स्टाम्प खुद अनिल गिरी अपने घर से लेकर आया था। किसी प्रकार की मारपीट का आरोप सरासर झूठ की बुनियाद पर रखा गया आरोप है। ऐसे आरोप पुलिस पर लगना आम बात होती जा रही है।”
क्या है हकीकत, क्या है फ़साना
बहरहाल, मामले में थाना प्रभारी को जाँच मिली है। प्रकरण सभी के संज्ञान में है। मगर हकीकत है कि पुलिस जब कानून व्यवस्था के लिए सख्त होती है तो आरोप उसके ऊपर लगता है और नर्म रहे तो भी आरोपों के घेरे में आती है। पत्रकार और पुलिस आरोप लगाने के लिए दो सबसे आसन टारगेट होते है। कही आरोप लगाना है तो पत्रकार को बिकाऊ से लेकर अन्य उपाधियो से नवाज़ दिया जाता है। वही पुलिस पर भी ऐसे ही आरोप लगते रहते है। इस मामले में हकीकत को जगजाहिर करने का काम थाना प्रभारी चोलापुर को मिला है। वह प्रकरण में जाँच कर रहे है। जाँच में सही तथ्य सामने आयेगे ऐसा सभी उम्मीद करके बैठे है।
माही अंसारी डेस्क: कर्नाटक भोवी विकास निगम घोटाले की आरोपियों में से एक आरोपी एस…
ए0 जावेद वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के शिक्षाशास्त्र विभाग में अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा विरोधी…
ईदुल अमीन डेस्क: सुप्रीम कोर्ट की दो जजों की बेंच ने संविधान की प्रस्तावना में…
निलोफर बानो डेस्क: उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के…
निलोफर बानो डेस्क: उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के…
फारुख हुसैन डेस्क: उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के…