अनुराग पाण्डेय
वाराणसी। 4 माह पूर्व प्रापर्टी डीलर व पत्रकार एन0डी0 तिवारी की सनसनीखेज हत्याकाण्ड का क्राइम ब्रांच द्वारा सफलता से खुलासा कर दिया गया है। हत्याकांड को अंजाम (जैसा हम अपने पिछले खबर में शंका ज़ाहिर कर चुके थे), दो लाख के इनामिया अपराधी मनीष सिंह सोनू के द्वारा दिया गया था। पुलिस ने हत्या में शामिल अन्य अभियुक्तगण को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त पिस्टल, स्कार्पियो गाड़ी व मोबाइल बरामद कर लिया है।
पुलिस के लिए इस हत्याकांड का खुलासा जहा एक चुनौती बना हुआ था। वही इस हत्याकांड की गुत्थी पेचीदा दलीलों कैसी उलझी हुई थी। पुलिस को इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में चार माह से अधिक का समय लग गया। भले ही वाराणसी ग्रामीण पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा कर दिया मगर दुर्दांत अपराधी मनीष सिंह सोनू आज भी फरार है।
पुलिस के अनुसार मृतक एन0डी0 तिवारी प्रापर्टी की खरीद फरोख्त करने में स्थानीय प्रापर्टी डीलर व अन्य लोगों के निगाह में आ गये थे। जिसके कारण लोग अंदरूनी रंजिश रखने लगे थे। इसी दरमियान एक अन्य प्रापर्टी डीलर राजेन्द्र सिंह उर्फ राजन सिंह से भूमि विवाद था। वही आखरी के प्रधानाध्यापक देवेन्द्र नारायण सिंह के पुत्र रमाशंकर उर्फ रिंकू का नाम वर्ष 2018 में डब्लू मिश्रा की हत्या काण्ड में आया था। पुलिस द्वारा डब्लू हत्याकांड के खुलासे में मृतक एन0डी0 तिवारी द्वारा पुलिस एवं प्रशासन का काफी सहयोग भी किया गया था जिससे इस हत्याकांड का सफल खुलासा हो पाया था। इस कारण रमाशंकर और देवेन्द्र नारायण सिंह भी एन0डी0 तिवारी से अंदरूनी रंजिश रखते थे।
कहा जाता है दुश्मन का दुश्मन अपना दोस्त होता है, इसी तर्ज पर रमाशंकर सिंह, देवेन्द्र नारायण सिंह, आयुष शर्मा व राजन सिंह द्वारा मिलकर विवादित प्रापर्टियों को खरीदने एवं स्थानीय क्षेत्र में अपना वर्चस्व कायम करने के लिए कुख्यात दो लाख के इनामिया अपराधी मनीष सिंह उर्फ सोनू से मिलकर एन0डी0 तिवारी की सुनियोजित तरीके से षड़यंत्र रच कर हत्या करवा दिया गया। पुलिस ने इस मामले में अब तक राजेंद्र उर्फ़ राजन, आयुष उर्फ़ आशु शर्मा,देवेन्द्र नारायण उर्फ़ मुन्ना को गिरफ्तार कर लिया है। वही दुर्दान्त अपराधी मनीष सिंह सोनू, उसका साथी हेमंत उर्फ़ गोविंदा सिंह और रिंकू सिंह उर्फ़ रमाशंकर सिंह अभी भी फरार चल रहे है।
पुलिस ने इस हत्याकांड से सम्बन्धित हत्या में प्रयुक्त पिस्टल 0.9 एमएम व तीन अदद जिन्दा कारतूष, एक अदद रिपीटर 12 बोर व 20 अदद जिन्दा कारतूस 12 बोर, एक अदद स्कार्पियो गाड़ी, व तीन अदद मोबाइल फोन बरामद किया है। गिरफ़्तारी करने वाली पुलिस टीम में क्राइम ब्रांच निरीक्षक अश्वनी चतुर्वेदी उ0नि0 रजनीश त्रिपाठी, का0 कुलदीप सिंह, चन्द्रसेन, रमाशकंर यादव, अविनाश शर्मा, सर्विलांस सेल के हे0का0 संतोष पासवान, का0 मनीष सिंह सहित प्रभारी निरीक्षक रोहनिया हरिनाथ भारती व उनकी टीम शामिल रही। पुलिस ने भले ही हत्याकांड का सफल खुलासा कर डाला है, मगर अभी भी मनीष सिंह सोनू पुलिस के लिए सरदर्द बना हुआ है।
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