Crime

रोहनिया परचून दुकानदार हत्याकांड – कलयुगी बेटी ने अपने इश्क की सलामती के लिए करवाया था आशिक से अपने पिता की हत्या

ए जावेद/ अनुराग पाण्डेय

वाराणसी। वाराणसी के रोहनिया थाना क्षेत्र में हुई परचून दुकानदार की गोली मार कर हत्या प्रकरण का वाराणसी पुलिस ने सफल खुलासा कर लिया है। पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुवे बताया कि मृतक की बेटी ने ही अपने इश्क की सलामती के लिए अपने आशिक और उसके मित्र के साथ मिलकर अपने पिता की हत्या करवाया था। घटना के ठीक पहले मृतक की बेटी ने ही अपने पिता की मुखबिरी किया था। पुलिस ने मृतक की बेटी आँचल, उसके प्रेमी जावेद और जावेद के दोस्त आकिब को गिरफ्तार कर लिया है।

गौरतलब हो कि मिर्जामुराद थाना अंतर्गत तमाचाबाद निवासी किराना व्यापारी राजेश की सास निर्मला देवी की तबीयत खराब थी और वह एडमिट थी। 29 जुलाई को राजेश अपनी बाइक से अपनी सास के लिए खाना लेकर अस्पताल जा रहा था कि रास्ते में करनाडाड़ी ओवरब्रिज पर अंधाधुंध फायरिंग कर उनकी हत्या कर दी गई। हालांकि तब राजेश के बेटे और पत्नी ने संपत्ति विवाद में राजेश के भाई पर हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था। इस घटना में पुलिस के शक की निगाह में पहले ही दिन से मृतक राजेश की बेटी आँचल थी। आँचल की घटना के बाद गतिविधियाँ संदिग्ध प्रतीत हो रही थी। अंततः पुलिस ने घटना में सफल खुलासा करते हुवे आँचल, उसके आशिक जावेद और उसके दोस्त आकिब को गिरफ्तार कर लिया।

बीएसएसी लास्ट ईयर की छात्रा आंचल और उसके गांव का निवासी पेशे से ड्राइवर जावेद के बीच इश्क चल रहा था। कहा जाता है कि इश्क और मुश्क छिपाए नही छिपते है। आखिर ये इश्क की दास्तान परिजनों के सामने लगभग एक साल पहले उजागर हुई थी। जब आंचल ने पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन किया था तो उस आवेदन में पिता की जगह उसने अपने प्रेमी जावेद का मोबाइल नंबर दिया था। वेरिफिकेशन के दौरान पुलिस आंचल के घर पहुंची और उसके पिता को बताई कि वह अपने आवेदन पत्र में जावेद का नंबर दी है। इसे लेकर राजेश ने आंचल को बुरी तरह से फटकारा था और जावेद से दूर रहने को कहा था।

अपने इश्क पर लगाम आँचल को मंज़ूर नही थी। वह इसके बाद भी जिद पर अड़ी थी कि वह जावेद से ही शादी करेगी। शादी करने के बाद दुबई जाकर एयर होस्टेस की नौकरी करेगी। हालांकि राजेश उसे लगातार समझाते रहे कि जावेद से दूर रहो। मगर आँचल जावेद को भूलने के लिए तैयार नही थी। जिसके बाद राजेश ने आंचल के घर से निकलने और उसकी बातचीत पर सख्ती बढ़ा दिया था। इश्क पर लगे इस पहरे से आंचल और जावेद परेशान हो गए थे। जिसके बाद आँचल ने अपने इश्क के पहरेदार को ही रास्ते से हटाने का मंसूबा बनाना शुरू कर दिया।

मृतक की बेटी आंचल ने ही जावेद को बताया कि उसके पिता और बड़े पिता के बीच झगड़ा चल रहा है। अगर अभी उसके पिता की हत्या हो जाएगी तो बड़े पिता पर ही शक होगा। इसके साथ ही दोनों की शादी में फिर कोई अड़चन भी नहीं रह जाएगी। जावेद ने इस साजिश में अपने दोस्त आकिब को भी शामिल किया। इसके बाद बिहार के विक्रमगंज जाकर 25 हजार रुपए में एक देसी पिस्टल खरीदा। आँचल और जावेद के इश्क पर लगे पहले के पहरेदार को रास्ते से हटाने के इन्तेजामात पुरे हो चुके थे। क़त्ल का सामान भी मुहैया था, बस ज़रूरत थी तो मौके की। ये मौका भी आँचल, जावेद और आकिब को मिल गया। जब राजेश की सास बीमार होकर एडमिट हो गई।

अपनी माँ के तरह सास को भी मानने वाला राजेश अपनी सास की सेवा में कोई कसर नही छोड़ना चाहता था। उस रात भी वही हुआ और वह 29 जुलाई की रात राजेश अपनी सास के लिए घर से खाना लेकर निकला तो आँचल ने अपने मनसूबे से राजेश के इस सफ़र को आखरी सफ़र बना डाला। आंचल ने जावेद को फोन करके बताया कि उसके पिता भदवर जा रहे हैं। इस पर जावेद और आकिब ने बाइक से राजेश का पीछा किया और करनाडाड़ी ओवरब्रिज पर सुनसान स्थान देखकर हत्या कर दी।

आँचल का प्लान सफल होता उसको दिखाई दिया जब राजेश की हत्या के बाद मृतक के बेटे करन ने अपने चाचा पर जमीन विवाद में हत्या कराने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। मगर पुलिस थी कि उसको शक था कि बात कुछ और है। पुलिस की एक नज़र आँचल के व्यवहार पर भी थी। पुलिस ने सर्विलांस की मदद से तफ्तीश शुरू की तो सामने आया कि राजेश की बेटी की बात एक युवक से लगातार होती है। राजेश की हत्या के पहले भी उसी युवक से उनकी बेटी की बात हुई थी। वारदात के बाद भी रात में उसी युवक से बात हुई थी।

इसी आधार पर पुलिस का शक आंचल और जावेद पर गहराया। इसके अलावा जावेद का मोबाइल लोकेशन भी इस शक को और भी पुख्ता कर रहा था। जावेद और आंचल से पूछताछ शुरू हुई तो पहले दोनों ने पुलिस को काफी गुमराह करने की कोशिश किया। लेकिन वह भूल चुके थे कि उनका सामना उत्तर प्रदेश पुलिस से था जिसके लम्बे हाथ आम के पेड़ से आम तोड़ने के लिए नही बने है। पुलिस की सख्ती के आगे आखिर दोनों टूट गए। पुलिस को पूरी कहानी बताया और पुलिस ने घटना में प्रयुक्त हुवे आला कत्ल पिस्टल, घटना में प्रयुक्त हुई बाइक, 2 मैगजीन, दो कारतूस और 3 मोबाइल बरामद कर लिया।

एसपी ग्रामीण अमित वर्मा ने घटना का खुलासा करते हुवे पत्रकारों को बताया कि इस घटना के खुलासे में क्राइम ब्रांच प्रभारी अश्वनी चतुर्वेदी और रोहनिया थाना प्रभारी हरिनाथ भारती व उनकी टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही। क्राइम ब्रांच और रोहनिया थाने की टीम को 5 हजार के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। कलयुगी बेटी ने अपने इश्क पर पहरेदार को ही खत्म कर डाला। आखिर अपराध था तो छिपा कहा से रह सकता है। खुलासा तो होना ही था और हो गया।

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