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चंदौली : रिंग सेरीमनी से वापस आ रहे बिल्डर गुलाम अशरफ और शाहनवाज़ “शानू” पर जानलेवा हमला, पीड़ित ने कहा चली गोलियां, पुलिस शिकायत दर्ज कर जुटी जांच में

तारिक़ आज़मी/ ए जावेद

चंदौली। चंदौली जनपद के मुगलसराय कोतवाली थाना क्षेत्र में स्थित कटेसर में एक धर्मकाटे के निकट वाराणसी के दालमंडी व्यापार मंडल के महामंत्री शाहनवाज़ “शानू” और मशहूर कारोबारी तथा बिल्डर गुलाम अशरफ पर जानलेवा हमले की घटना सामने आई है। 8-10 की तय्दात में आये हमलावरों ने अचानक उनकी एसयुवी कार पर हमला कर दिया, और बेस बैट, हाकी, रोड, डंडों से गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया। कारोबारियों का बयान है कि इस दरमियान कई राउंड गोलियां भी हमलावरों ने चलाई है। पुलिस ने मौके मुआयना करने के उपरांत मामले में जांच शुरू कर दिया है। वही घटना के सम्बन्ध में लिखित शिकायत मिलने के बाद मुकदमा दर्ज करने की भी प्रक्रिया चल रही है।

घटना के सम्बन्ध में मिली जानकारी के अनुसार कटेसर स्थित बासुदेव लाँन में आज नई सड़क के व्यापारी और केटीएम बिल्डिंग के मालिक मुख़्तार खान उर्फ़ नाटे पप्पू के छोटे भाई चाँद के मंगनी की रस्म थी। इस कार्यक्रम के वर पक्ष के तरफ से दालमंडी के चर्चित कारोबारी शाहनवाज़ “शानू” और गुलाम अशरफ भी सम्मिलित हुवे थे। कार्यक्रम में भोजन हो जाने के उपरांत दोनों अपने वाहन एसयुवी से वापस घर को निकले। इस दरमियान उनकी गाडी में वर का भाई रियाज़, कारोबारियों के दोस्त जावेद सहित रियाज़ के तीन मासूम बच्चे भी बैठ गए। गाडी गुलाम अशरफ चला रहे थे। ये लोग रामनगर-लंका होते हुवे वापस नई सड़क आने के लिए निकले थे।

पीडितो ने बताया कि गाडी जैसे ही बागेश्वरी धर्मकांटे के पास पहुची है तभी पीछे से एक कार ने आकर उनको ओवरटेक करके रोक लिया और उसके साथ तीन अथवा चार बाइक से ये कुल 8-10 युवको ने कार पर हमला शुरू कर दिया। बेस बैट, हाकी, डंडों और रॉड से मार कर गाडी का शीशा तोड़ने लगे। अचानक हुवे इस हमले से बौखलाये कार सवार कारोबारियों ने अपनी गाड़ी तेज़ रफ़्तार में रामनगर थाने की तरफ भगाई। भागते समय पीडितो का आरोप है कि कई राउंड गोलियां भी हमलावरों ने चलाई है। गुलाम अशरफ ने गाडी भगा कर रामनगर थाने के सामने लगाई। जिसके बाद पुलिस को फोन किया गया। मामला चंदौली जनपद से सम्बन्धित होने के कारण रामनगर पुलिस ने मुग़लसराय थाने से संपर्क करने को कहा।

पुलिस को सुचना देने के उपरांत जलीलपुर चौकी इंचार्ज कृष्णा कान्त गुप्ता अपने दल बल के साथ मौके पर पहुचे और जाँच शुरू किया। शुरू में पुलिस इस प्रकरण को हल्के में ले रही थी। घटना की जानकारी होने के बाद मौके पर पहुचे मुगलसराय कोतवाली प्रभारी राजीव रंजन उपाध्याय ने प्रकरण की खुद जाँच किया और पीडितो से शिकायत लेकर मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। घटना की भयावहता गाडी खुद बयान कर रही थी।पुलिस घटना को कई एंगल से जोड़ कर देख रही है और मामले की जाँच कर रही है। समाचार लिखे जाने तक पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही थी।

घटना का कारण कही कामयाबी से जलन तो नही

पीडितो की शिकायत को आधार मानते हुवे घटना को अगर बारीकी से देखा जाए तो घटना काफी दुर्दांत तरीके से हुई लगती है। घटना को अंजाम देने की कोशिश जिस तरीके से किया गया है वह इस आशंका को बलवती करती है कि घटना का सूत्रधार इस रिंग पार्टी में ज़रूर मौजूद रहा होगा अथवा आसपास खड़े रहकर घटना करने वालो को सुचना दे रहा होगा। घटना की जड़ अगर दालमंडी और नई सड़क पर व्याप्त खुसुर फुसुर चर्चा पर देते हुवे देखे तो घटना तो अंजाम केवल गुलाम अशरफ और शाहनवाज़ “शानू” के लिए दिया गया होगा। दालमंडी की खुसुर फुसुर चर्चा इस बात पर भी बल देकर बात कर रही है कि दोनों की बचत केवल गाडी में रियाज़ और उनके बच्चो के होने से हो गई। अन्यथा कोई बड़ी घटना आज कारित हुई होती।  

इस खुसुर फुसुर चर्चा के अनुसार गुलाम अशरफ और शाहनवाज़ “शानू” जब से एक दुसरे के साथ साझीदारी में कारोबार करना शुरू किये है तब से उनकी तरक्की की रफ़्तार अधिक हो चुकी है। नियमो के तहत हर एक काम नियमो से करवाने के कारण किसी का अनैतिक दबाव भी दोनों पर नही पड़ता है, जो क्षेत्र में अपनी मठाधीशी जमाने के लिए पहचाने जाने वालो को नागवार लग रहा है अब। इस दरमियान एक जर्जर भवन को लेकर उस भवन के किरायदार से शाहनवाज़ “शानू” का विवाद चल रहा है। किरायदार इलाके के एक दबंग परिवार से आता है। वही गुलाम अशरफ की कामयाबी भी लोगो मे जलन पैदा कर रही है। दोनों को अगर एक साथ जोड़ कर दो और दो चार करे तो इस कारण घटना में भितरघात का भी आप्शन खुला हुआ दिखाई दे रहा है।

बहरहाल, अगर पीडितो के बयानों को और मौक़ा-ए-वारदात को आधार माने तो एक बड़ी घटना होने से केवल इस कारण बच गई कि गाडी को ड्राइव करने वाले गुलाम अशरफ एक बढ़िया चालक भी है। अन्यथा ये एक बड़ी घटना का रूप ले चुकी होती। मामले में पुलिस जहा अपनी तफ्तीश कर रही है। वही पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस अब पार्टी में आये हुवे लोगो के सीडीआर निकलवाने की कोशिश भी कर सकते है, ताकि घटना के गहराइयो में जाकर घटना का खुलासा कर सके। पुलिस की तफ्तीश जहा बाकि है वही हमरी कलम की सियाही भी बाकि है।

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