25 सितंबर विश्व फार्मासिस्ट दिवस पर आयोजित हुआ कार्यक्रम, बोले सीएमओ – कोरोना काल में फार्मासिस्ट की भूमिका रही सराहनीय
शाहीन बनारसी
वाराणसी। आज शनिवार को दुर्गाकुंड स्थित मुख्य चिकित्सा अधिकारी के सभागार में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ फार्मेसिस्ट दिवस मनाया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में डॉक्टर ओपी तिवारी एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में ओलंपिक पदक विजेता ललित उपाध्याय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर बी0वी0 सिंह, डॉक्टर बैरागी प्रसाद, डॉक्टर शैलेंद्र सिंह, डॉक्टर ए के सिंह थे।
कार्यक्रम की शुरुआत सर्वप्रथम दीप प्रज्वलन कर किया गया। प्रमोद सिस्टर की ओर से मुख्य अतिथियों को अंगवस्त्रम व स्मृति चिन्ह व माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ने कहा डॉक्टर फार्मेसिस्ट और मरीज का रिश्ता चोली दामन का है। डॉक्टर तो केवल पैड पर पर्चा लिखता है, लेकिन फार्मासिस्ट ही सही डिसीजन लेकर सही दवाओं का डोज देकर मरीज को ठीक करने का काम करता है। इसलिए डॉक्टर से ज्यादा महत्वपूर्ण फार्मासिस्ट होता है। इसी कड़ी में डॉक्टर शैलेंद्र सिंह ने कहा कि आज के समय एक्सीडेंट से ज्यादा मौत दवाइयों के गलत डोज देने से हो रही है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर बी पी सिंह ने भी फार्मासिस्ट की तारीफ की और कहा कि करोना काल में फार्मासिस्ट हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य किया। जिससे हम कोरोना जैसी महामारी से जल्द से जल्द काबू में कर लिया गया और आज मरीजों की संख्या ना के बराबर है। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर जी एन सिंह ने किया एवं संचालन अभिजीत श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम में एलोपैथी, होम्योपैथी, आयुर्वेदि, जिला कारागार एसआईसी, पशु चिकित्सालय एवं रेलवे चिकित्सालय के फार्मासिस्ट उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ आर के सिंह जेके सिंह जे एस उपाध्याय शिवप्रसाद रविंद्र शुक्ला राजू बाबू राम प्रताप सिंह अरुण सिंह जेपी बेलवंशी जितेंद्र कुमार ओम प्रकाश अनिल कुमार पांडे अमित कुमार पांडे मनोज कुमार रामकरण इत्यादि लोग उपस्थित रहे