तारिक़ खान
प्रयागराज। साधु सन्तो के बीच अत्यधिक लोकप्रिय संत तथा अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी द्वारा आत्महत्या करने का समाचार से सभी स्तब्ध हैं। बताया जा रहा है कि महंत नरेंद्र गिरी आज प्रसन्न मुद्रा में थे। दोपहर के बाद वह अपने कक्ष में आराम करने चले गए। शाम होने के बाद भी जब वह कक्ष से बाहर नही निकले तो शिष्यों ने कक्ष में जाकर देखा तो उन्हें मृत स्थिति में पाया।
ग़ौरतलब है कि देश भर में अपने बयान से सुर्ख़ियों में रहने वाले अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। उनका शव अल्लापुर में बांघबरी गद्दी मठ के कमरे में फंदे से लटका मिला है।
पुलिस अधिकारी भी मौक़े पर पहुंच गए हैं।
आइजी रेंज के0पी0 सिंह ने मीडिया से बात करते हुवे बताया कि वह मौके पर पहुंच गए हैं। फिलहाल यह फांसी लगाकर आत्महत्या का मामला लग रहा है। वही पुलिस सूत्रों की माने तो कक्ष से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। सुसाइड नोट में क्या लिखा है इसकी जानकारी नही हो पाई है। मौके पर फॉरेंसिक टीम सहित उच्चाधिकारी पहुच गए है। प्रथम दृष्टतः पुलिस मामले को आत्महत्या मान रही है।
आईजी के0पी0 सिंह ने जारी किया बयान
आईजी प्रयागराज के0पी0 सिंह ने बयान जारी कर कहा है कि महंत के कमरे से सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसको फॉरेंसिंक टीम को जांच हेतु सौंपा गया है। सुसाइड नोट में लेनदेन का ज़िक्र है और सुसाइड नोट में आत्महत्या की बात लिखी है। सुसाइड नोट में वसीयत का भी जिक्र है। आईजी के पी सिंह ने बताया कि आनंद गिरि का भी सुसाइड नोट में ज़िक्र है पत्र में अपने शिष्य से दुखी होने की बात भी लिखी है।