ये कैसी सजा मास्टर साहब? शरारत करने पर स्कूल संचालक ने बच्चे को छत से उल्टा लटकाया, प्रशासन ने की कार्यवाही
तारिक़ खान / शाहीन बनारसी
मिर्ज़ापुर। बचपन में हम सभी ने छोटी बड़ी शरारते किया है। इन शरारतो के बाद हमे सजा भी मिली। मगर कभी भी हमारी सजा हमारे शिक्षको ने ऐसी नहीं दिया कि हमारे जान के लेने-देने इन सजा से पड़ जाए। मगर अब तो निजी स्कूलो की यह स्थिति हो गयी है कि कुछ उसमे से बच्चो के साथ अमानवीय हरकत कर बैठता है। ऐसा ही एक मामला मिर्ज़ापुर जनपद के अहरौरा क्षेत्र का आया है। जहाँ विद्यालय संचालक ने एक मासूम बच्चे को छत से उल्टा लटका दिया। इस घटना का फोटो वायरल होने के बाद प्रशासन ने संज्ञान लिया और विद्यालय की मान्यता निरस्त कर दी है।
मामला कुछ इस तरीके से है कि अहरौरा के बूढ़ादेई मोहल्ले के अजीत सिंह यादव का पुत्र सोनू यादव अहरौरा के सद्भावना पब्लिक स्कूल में कक्षा दो का छात्र है। परसों बुधवार को दोपहर में विद्यालय के कुछ बच्चे फुलकी खाने विद्यालय परिसर के बाहर गए थे। आरोप है कि वहां सोनू ने बच्चों से धक्कामुक्की किया। जिसकी शिकायत कुछ बच्चों ने स्कूल संचालक मनोज विश्वकर्मा से की। जिसपर उन्होंने सोनू को समझाया, लेकिन बच्चा उनकी बात नहीं समझ सका। आरोप है कि इससे क्रोधित होकर स्कूल संचालक ने बच्चे को पकड़ कर विद्यालय भवन के बारजे से उल्टा लटका दिया। यह देख बच्चे काफी डर गए। सोनू के पिता का कहना है कि वह तो विद्यालय में थे नहीं। पता चलने पर उन्होंने विद्यालय के संचालक से आपत्ति दर्ज कराई। स्कूल संचालक की इस हरकत से लोगों में भी नाराजगी है।
इस घटना की जानकारी होने पर जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने बीएसए गौतम प्रसाद को जांच के लिए मौके पर भेजा और तत्काल प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया। बाद में एबीएसए अरुण सिंह ने बताया कि विद्यालय की मान्यता निरस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। मामले में एसपी अजय सिंह ने कहा कि स्कूल संचालक द्वारा छात्र सोनू (05) को शरारत करने पर सजा के तौर पर छत से उल्टा लटका कर अमानवीय व्यवहार किया गया। छात्र के पिता की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत किया गया। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ एवं आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है।