शाहीन बनारसी
तेज़ी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण ने कई देशो को अपने चपेट में ले रखा था और पिछले 2 सालो से यह संक्रमण लगभग लाखो की संख्या में लोगो की जाने ले चूका है। कोरोना संक्रमण केवल लोगो की जान ही नहीं बल्कि अर्थव्यवस्था को भी काफी हद तक तोड़ चूका है। कई देशों को तो यह संक्रमण इतनी बुरी तरह तोड़ चुका है कि वहां के लोग और उनकी अर्थव्यवस्था चार से पांच साल पीछे खिसक गई है। इतना कुछ करने के बाद भी कोरोना संक्रमण गया नहीं बल्कि इस बीच एक बार फिर से कोरोना के नए वैरिएंट ने दुनिया में दस्तक दे दी है।
वैज्ञानिकों के मुताबिक़ इस नए वैरिएंट में उनको अब तक 32 म्यूटेशन देखने को मिले हैं। वैज्ञानिकों का ये भी कहना है कि यह अन्य वैरिएंट में हुए म्यूटेशन से कहीं ज्यादा है। इसलिए इस वैरिएंट को काफी खतरनाक और संक्रामक बताया जा रहा है। अभी तक लोगो के दिलो से कोरोना संक्रमण को लेकर जो डर था, वह पूरी तरह गया भी नहीं था कि इस बीच इस नए वैरिएंट ने एक बार फिर से दस्तक देकर दुनिया को डरा दिया है.
कोरोना संक्रमण के काबू में होने के बाद से लोग धीरे-धीरे अपनी अर्थव्यवस्था और काम को ठीक करने में लग गये। धीरे-धीरे सारे माहौल को पहले के माहौल में तब्दील ही किया जा रहा था कि इस नए वैरिएंट के दस्तक से लोग काफी सहम गये है कि अब ये वैरिएंट न जाने हमारी ज़िन्दगी पर क्या और कैसा प्रभाव डालेगा। संक्रमण काबू होते ही सभी देशों ने अपने-अपने दरवाजे अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए खोलने शुरू किए थे। इस बीच दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना में सामने आए नए वैरिएंट के बाद ब्रिटेन ने छह दक्षिण एशियाई देशों की यात्रा को अस्थाई तौर पर निलंबित कर दिया है।
कोरोना के मुकाबले इस वैरिएंट को काफी संक्रमित बताया जा रहा है। लोगो में इस बात को लेकर काफी डर है कि जब कोरोना इस वैरिएंट के मुकाबले में कम था और उसने इतनी तबाही मचाई थी, लगभग लाखो की संख्या में लोगो की जान चली गई, लोगो की अर्थव्यवस्था तहस-नहस हो गई तो ये नया वैरिएंट जो कोरोना से भी खतरनाक साबित किया जा रहा है ये हमारी ज़िन्दगी में क्या तबाही मचाएगा। ये संक्रमण अभी तीन देशो बोत्सवाना, दक्षिण अफ्रीका और हांगकांग में ही फ़ैला है मगर इसको लेकर भारत देश ने भी अलर्ट जारी कर दिया है।
कोरोना के इस नए वैरिएंट के संक्रमण का अंदाजा सिर्फ इस बात से लगाया जा सकता है कि भारत ने भी इसको लेकर अलर्ट जारी कर दिया है तो यह वैरिएंट कितना खतरनाक साबित हो सकता है। भारत सरकार की ओर से सभी राज्यों को ये निर्देश जारी किए गए हैं कि दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना से आने वाले सभी यात्रियों की कड़ी जांच व परीक्षण किया जाए। इसको लेकर केंद्रीय राज्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेश के मुख्य सचिवों को पत्र लिखा है। इस खतरे को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी शुक्रवार को आपात बैठक बुला ली है।
बताया जा रहा है कि यह वैरिएंट डेल्टा और डेल्टा प्लस से भी ज्यादा खतरनाक है। यूके की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी ने एक बयान में कहा, “वैरिएंट में बड़ी संख्या में स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन के साथ-साथ वायरल जीनोम के अन्य हिस्सों में म्यूटेशन शामिल हैं। ये संभावित रूप से जैविक रूप से महत्वपूर्ण म्यूटेशन हैं जो टीके, उपचार और ट्रांसमिशन के संबंध में वायरस के व्यवहार को बदल सकते हैं। इस संक्रमण से बचाव के लिए काफी हद तक सावधानी और अधिक जांच की आवश्यकता है।
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