शाहीन बनारसी (इनपुट : मो0 कुमेल)
डेस्क। बंगाल में “खेला” के बाद अब ममता की नज़रे केंद्र की सियासत पर है। त्रिपुरा कांड के बाद से सियासत की गर्मी को और भी गर्म करने के लिए टीएमसी ने पूरी तरह कमर कस लिया है। इस दरमियान ममता “खेला होबे” के तर्ज पर मोदी सरकार को पूरी तरह घेरने के फिराक में है। इस क्रम में पार्टी के 16 सांसद धरना देने के लिए दिल्ली पहुच चुके है। साथ ही ममता भी आज शाम तक दिल्ली पहुच रही है।
त्रिपुरा के मुद्दे पर धरना देने के लिए टीएमसी के 16 सांसद भी दिल्ली पहुंच चुके हैं। इन सभी सांसदों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने का वक्त मांगा है। वहीं ताजा जानकारी के अनुसार त्रिपुरा मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस द्वारा दी गई अवमानना याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करने के लिए तैयार हो गया है। मामले की सुनवाई कल यानी मंगलवार को होगी। टीएमसी ने अपनी अवमानना याचिका में कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को बावजूद त्रिपुरा में निकाय चुनावों को दौरान हालात खराब हो रहे हैं, ऐसे में सुप्रीम कोर्ट त्रिपुरा के अफसरों के खिलाफ अवमानना कार्यवाही करे।
वही पुलिस सूत्रों ने कहा कि अभिषेक की अगरतला में एक रैली आयोजित करने की योजना थी, जिसे कोविड के वर्तमान हालात को देखते हुए अनुमति नहीं दी गई है। हालांकि पार्टी ने एक ट्विटर पोस्ट में कहा कि ‘हमारे राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी हमारे कार्यकर्ताओं के साथ खड़े होने के लिए सोमवार सुबह त्रिपुरा पहुंचेंगे। रविवार को उन्हें उतरने की अनुमति नहीं दी गई। तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि त्रिपुरा में एक निरंकुश शो चला रहा है और हम अंत तक लड़ेंगे।
त्रिपुरा पुलिस ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) राज्य में आगामी निकाय चुनावों के लिए अगरतला में रैलियों के लिए अनुमति देने से इनकार कर दिया है। पुलिस ने तृणमूल की युवा शाखा की अध्यक्ष सयानी घोष की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों पक्षों के बीच तनाव को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। तृणमूल कांग्रेस के करीब 10-12 सांसद धरना देने के लिए दिल्ली पहुंच चुके हैं। टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने कहा कि ‘हम पार्टी कार्यालय में मिलेंगे और त्रिपुरा पुलिस द्वारा टीएमसी युवा कांग्रेस प्रमुख सयानी घोष की गिरफ्तारी के खिलाफ सोमवार को प्रदर्शन करेंगे।
पश्चिम बंगाल तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की राज्य सचिव सयानी घोष को शनिवार रात यहां हुई एक सभा के दौरान मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब को धमकी देने के आरोप में हत्या के प्रयास की धाराओं में गिरफ्तार कर लिया गया। पहले उन्हें थाने में पूछताछ के लिए बुलाया गया और फिर गिरफ्तारी की गई। यह घटना टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के उत्तर पूर्वी राज्य के प्रस्तावित दौरे से एक दिन पहले हुई है। वहीं पश्चिमी त्रिपुरा के एडिशनल एसपी बीजे रेड्डी ने बताया कि शायनी घोष को अगरतला पुलिस ने इसलिए गिरफ्तार किया है क्योंकि वह भाजपा कार्याकर्ताओं को जान से मारने की कोशिश कर रही थीं। भाजपा के ये कार्यकर्ता एक पब्लिक मीटिंग में थे। सबूत के आधार पर आईपीसी की धारा 307, 153 के तहत केस दर्ज किया गया है।
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