सरताज खान
गाजियाबाद (लोनी)। मंडोला विहार योजना से प्रभावित किसानों ने प्रधानमंत्री द्वारा कृषि कानूनों को रद्द करने की घोषणा के बाद अब अपने आंदोलन के क्रम में भी अहम फैसला लिया है। किसान नेता नीरज मावी ने जानकारी देते हुए बताया कि किसान कृषि कानून के विरोध में पिछले एक वर्ष से दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं। जो सर्दी, गर्मी, बरसात के साथ-साथ पानी की बौछार व लाठियो की मार झेलते हुए अपनी मांगों पर टस से मस नहीं हुए।
सत्याग्रही किसानों ने कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा के बाद जिंदा समाधि में स्तेमाल किए गए 22 गढ्ढों में से 2 गढ्ढों में आज वृक्षारोपण किया है। सत्याग्रही किसानों का कहना है कि अभी आंशिक सफलता मिली है तो 2 ही गढ्ढों में वृक्षारोपण किया गया है। शेष बचे गड्ढों में मंडोला विहार योजना से प्रभावित किसानों को उनका अधिकार मिलने के बाद वृक्षारोपण किया जाएगा। किसानों द्वारा कृषि कानूनों के विरोध में धरने प्रदर्शन कर रहे किसानों को भाजपा नेताओ ने आंदोलन जीवी, परजीवी, नकली किसान, खालिस्तानी, आतंकवादी न जाने कैसे-कैसे नामो से नवाजकर किसानों के सब्र का इम्तिहान लिया।
कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हजारों किसानों की जिंदगी लीलकर कानून वापसी की घोषणा करने का फैसला इतिहास के पन्नो में दर्ज किया जाएगा। किसानों द्वारा वृक्षारोपण कार्यक्रम में मुख्यरूप से महेंद्र सिंह त्यागी, आर डी त्यागी, राजाराम त्यागी, प्रमोद कुमार, बालकराम त्यागी, अमित त्यागी, टेकचंद त्यागी, इस्लामुदीन, मुकेश त्यागी, राकेश त्यागी, ज्ञानी बैंसला, सुखबीर सैनी व राजबीर त्यागी सहित आदि सैकडो किसान मौजूद रहे।
आदिल अहमद डेस्क: कैलाश गहलोत के आम आदमी पार्टी से इस्तीफ़ा देने पर राज्यसभा सांसद…
आफताब फारुकी डेस्क: बीती रात रूस ने यूक्रेन की कई जगहों पर कई मिसाइलों और…
तारिक खान डेस्क: दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने मंत्री पद और आम…
फारुख हुसैन डेस्क: मणिपुर में शनिवार को हुई हिंसा पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने…
अबरार अहमद डेस्क: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से शनिवार को फूलपुर में…
माही अंसारी डेस्क: मणिपुर और असम की सीमा के पास जिरी नदी में शुक्रवार को…