भेष और पहचान बदलने में माहिर शातिर मोंटी चढ़ा वाराणसी एटीएस के हत्थे
ए जावेद/शाहीन बनारसी
वाराणसी। वाराणसी एटीएस के हाथ कल रविवार को शातिर बदमाश वाराणसी के लहरतारा बौलिया निवासी माइकल यादव उर्फ मोंटी हत्थे चढ़ गया है। धन दोगुना करने के बहाने जाली नोट देकर ठगी, लूट और अंडरवर्ल्ड से ताल्लुकात का हवाला देकर लोगों को डराने वाले माइकल सिंह उर्फ मोंटी की वाराणसी के एक कारोबारी से जल्द ही उसकी मीटिंग होने वाली थी। मोंटी की एक एक गतिविधि पर नज़र रखने वाली वाराणसी एटीएस ने इस मीटिंग के पहले ही एटीएस ने आरोपी को उसके घर से ही दबोच लिया।
अपनी पहचान के साथ ही खुद का आधार कार्ड बदलने में माहिर मोंटी के संपर्क में पहड़िया मंडी का एक आढ़ती प्रदीप सोनकर, वाराणसी के रहने वाले शैलेंद्र सिंह, दीपक सिंह और एक विश्वविद्यालय के प्रोफेसर भी थे। एटीएस ने इस जालसाज़ के गिरफ्त में इन लोगो के आने से पहले ही मोंटी को गिरफ्तार कर लिया है। पिछले दो साल में मोंटी ने धन दोगुना, जाली नोट खपाने, लूट से अपराध करते हुए मुंबई और बनारस में काफी संपत्ति अर्जित किया है। गौरतलब हो कि 29 अक्तूबर को लखनऊ में जाली नोट के जरिए धन दोगुना करने और लूट के आरोप में गिरफ्तार प्रतापगढ़ के अभिषेक प्रताप सिंह और मुंबई के नालासोपारा के सौरभ फूलचंद यादव से पूछताछ के आधार पर मोंटी का नाम सामने आया था।
यूपी एटीएस के मुताबिक माइकल यादव उर्फ मोंटी मार्च 2019 में अपनी बहन रीना के मुंबई के थाणे के गोयल प्लाजा स्थित घर गया था। वहां उसकी मुलाकात ब्याज पर रुपए देने वाले सचिन से हुई। सचिन ने मोंटी को ब्याज पर रुपये देने और धन दोगुना करने की तरकीब बताई। इसके बाद दोनों साथ में मिलकर काम करने लगे। मोंटी ने अब तक कई लोगो को धन दूना करने और जाली नोट के कारोबार के लालच से ठगा है। मोंटी खुद को अंडरवर्ल्ड का करीबी बता कर लोगो पर धौंस भी जमा लेता था। एटीएस मोंटी की और भी कुंडली खंगाल रही है।