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450 साल से पुरानी है “अगहनी जुमे” के नमाज़ की ये तवारीख, जाने आखिर क्यों बनारस में ही निभाई जाती है ये परंपरा और कैसे शुरू हुई “अगहनी जुमे” की नमाज़

रमजान अली

वाराणसी। कल शुक्रवार है। यानी जुमे का रोज़ है। इस शुक्रवार को अगहनी जुमे के नाम से जाना जाता है। वैसे तो जुमे के रोज़ हर एक मस्जिद गुलज़ार रहती है और मुस्लिम समुदाय के लोग इस दिन मस्जिदों में नमाज़-ए-जुमा अदा करते है। हर एक मस्जिद में भीड़ रहती है। इस बार “अगहनी जुमा” है। साल में एक दिन समस्त बुनकर समुदाय इस रोज़ काम बंद कर ईदगाह मछली मंडी चौकाघाट पर नमाज़ अदा करते है। ये रवायत कई सदियों से बनारस में चली आ रही है। यह अगहनी जुमा सिर्फ बनारस में मनाया जाता है।

गुजिस्ता साल अगहनी जुमे की नमाज़ : फाइल फोटो

आगामी 3 दिसंबर को होने वाली इस पारंपरिक अगहनी जुमे की नमाज जो सिर्फ बनारस में ही पढ़ी जाती है, के सम्बन्ध में बुनकर बिरादराना तंजीम बाइसी के सद्र सरदार एकरामुद्दीन ने बताया कि अगहनी जुमे के नमाज़ की यह परम्परा लगभग 450 साल पुरानी है। उस वक़्त देश में प्रचंड सूखा पड़ा था। जिसकी वजह से किसान परेशान थे। बारिश नहीं हो रही थी जिसके कारण किसान खेती नही कर पा रहे थे। जबरदस्त मंदी की वजह से बुनकर के बुने हुए कपड़े भी नहीं बिक रहे थे।

उन्होंने बताया कि उस वक्त हर तरफ भुखमरी का आलम था। तब उस वक्त बुनकरों ने अपने-अपने कारोबार को बन्द कर के अगहन के महीने में जुमे के दिन ईदगाह में इकठ्ठा होकर नमाज़ अदा कर अल्लाह की बारगाह में दुआए मांगी थी। उसके बाद अल्लाह के रहमो करम से बारिश हुई और देश में खुशहाली आई। बुनकरों के कारोबार भी चलने लगे। तब से इस परंपरा को बनारस में मनाया जाने लगा।

इस पारंपरिक अगहनी जुमे की नमाज़ की परंपरा को बनारस में। बुनकर बिरादराना तंज़ीम बाईसी के सरदार के सदारत में निभाई जाती है। इस मुताल्लिक बाईसी तंजीम के सरदार एकरामुद्दीन ने बताया कि अगहनी जुमे के नमाज़ की इस ऐतिहासिक परम्परा को हम सब की तंज़ीम बुनकर बिरादराना तंजीम बाईसी के देख रेख में चौकाघाट मछली मंडी के पास स्थित ईदगाह में हर साल पढ़ाई जाती है। जब जब देश के अवाम के ऊपर मुसीबते आती है, तो बनारस के सारे बुनकर अगहन के महीने में अपने-अपने कारोबार को बंद कर ईदगाह में इकठ्ठा हो कर अगहनी जुमे की नमाज अदा करने हजारो हजार की तादाद में लोग पहुचते है। नमाज़ के बाद वह सभी अपने-अपने कारोबार में बरक्कत और मुल्क की तरक्की के लिए दुआए मांगते है।

हर वर्ष की भाति इस साल भी अगहनी जुमे की नमाज चौकाघाट मछली मंडी के पास स्थित ईदगाह में दि0 03/12/21 दिन शुक्रवार को अदा की जायेगी। जिसमे सभी बुनकर भाइयो से बाईसी तंजीम की जानिब से गुजारिश किया गया है कि उस दिन सभी बुनकर भाई अपना-अपना करोबार बन्द कर चौकाघाट ईदगाह पहुच कर अगहनी जुमे की नमाज़ अदा करे और दुआओ में शामिल हो।

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