कथित तौर पर सुरक्षा बलों ने उग्रवादी समझ चलाई गोलियां, 12 ग्रामीणों की मौत
तारिक खान
नई दिल्ली। सुरक्षा बलों के लापरवाही का बड़ा आरोप लगाई हुई एक बड़ी घटना सामने आई है। घटना के अनुसार नागालैंड के मोन जिले में सुरक्षाबलों ने कथित तौर पर ग्रामीणों को उग्रवादी समझ कर गोलिया चला दिया, जिसमे एक दर्जन ग्रामीणों की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने शांति की अपील करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताया है।
मुख्यमंत्री ने इस घटना के सम्बन्ध में ट्वीट करते हुवे कहा है कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। इसकी उच्च स्तरीय जांच भी कराई जाएगी। जनता शांति बनाये रखे। मुख्यमंत्री के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूज़र्स के कमेन्ट आने के भी सिलसिले जारी है। वही इस घटना में एक सुरक्षा बल के जवान की भी मौत होने की बात सामने आ रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तिरु-ओटिंग रोड पर एक गुप्त सूचना के आधार पर सुरक्षा बलों ने डेरा डाला था। इसी दौरान ग्रामीण उधर से आ गए। आरोप है कि गलती से सुरक्षा बलों ने उन्हें उग्रवादी समझ लिया और गोलियां बरसा दिया। इसमें कई लोग घायल हो गई। सुरक्षाकर्मियों की ओर की गई कार्रवाई के बाद ग्रामीण आक्रोश में आ गए और सुरक्षाबलों का घेराव कर उनकी गाड़ी में आग लगा दी। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने अपनी आत्मरक्षा में फायरिंग की, इस फायरिंग में भी कई लोग घायल भी हुए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स अब तक इस घटना में एक दर्जन लोगो के मौत की जानकारी दे रही है।