दुर्घटनाग्रस्त हुआ Mi-17V5 हेलीकाफ्टर भारतीय सेना के सबसे सुरक्षित हेलीकॉप्टरों में से एक, दुर्घटना के कारणों की होगी जाँच, दुर्घटना गम्भीर रूप से घायल कैप्टन वरुण सिंह का चल रहा इलाज
आदिल अहमद/ तारिक खान
डेस्क। भारतीय सेना का Mi-17V5 सबसे सुरक्षित हेलीकॉप्टरों में से एक है। किसी भी वीवीआईपी दौरे में इसी विमान का उपयोग किया जाता है। यह डबल इंजन का हेलीकॉप्टर है, जिससे एक इंजन में खराबी आने पर दूसरे इंजन के सहारे सुरक्षित लैंडिंग कराई जा सके। इस हेलीकॉप्टर की तुलना चिनूक हेलीकॉप्टर से की जाती है। इस हादसे के कारण का पता लगाने के लिए ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ के आदेश दिए गए हैं। हेलीकॉप्टर ने कोयंबटूर के पास सुलुर वायुसेना अड्डे से उड़ान भरी थी। जिसके बाद वह तमिलनाडु के कुन्नूर में क्रैश हो गया। इस हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों का निधन हो गया।
इस हादसे में कुल 13 लोगो की मौत हो गई है। जिसमे जरनल बिपिन रावत और उनकी पत्नी भी शामिल है। दुर्घटनाग्रस्त हुवे हेलीकाफ्टर में कुल 14 लोग बैठे थे। इनमे से 13 की मौत हो गई। हादसे में सिर्फ भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह बचे है। उनकी हालात गंभीर बताई जा रही है। उनका इलाज जारी है। वह गंभीर रूप से घायल हैं। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को इस साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। उन्हें यह सम्मान 2020 में एक हवाई आपातकाल के दौरान अपने एलसीए तेजस लड़ाकू विमान को बचाने के लिए मिला था।
इससे पहले जनरल बिपिन रावत को ले जा रहा भारतीय वायुसेना का एक हेलिकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कोहरे और खराब मौसम की वजह से वायुसेना का एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ। वही जरनल बिपिन रावत के मौत की पुष्टि होने के बाद से देश में शोक की लहर दौड़ गई है। राष्ट्रपति, प्रधानमन्त्री, गृह मंत्री सहित विपक्ष के सभी नेताओं ने जरनल बिपिन रावत को श्रधांजलि दिया है।