फारुख हुसैन
पलिया कला(खीरी)। लखीमपुर खीरी जिले के इंडो-नेपाल सीमा की तराई में मौजूद दुधवा टाइगर रिजर्व खुले में विचरण कर रहे गेडों की सुरक्षा को लेकर पार्क प्रशासन ने एक नई तकनीक इस्तेमाल करने की बात कही है। दरअसल, दुधवा टाइगर रिजर्व में दुर्लभ गैडों की संख्या में इजाफा करने के लिए काफी वक्त से दुधवा के सलूकापुर वनरेंज में गैंडा पुनर्वास योजना चलाई जा रही है। वही उनको सुरक्षा के मद्देनजर सोलर फेंसिंग रखा जा रहा है, जिससे कि उनको किसी तरह से नुकसान नहीं होने पाए।
इसमें तकनीक का सहारा लिया जाएगा। 1 साल पहले दुधवा में लेजर बीम तकनीक के इस्तेमाल पर मुहर लगी थी, पर कोरोना के संक्रमण से यह प्रोजेक्ट परवान नहीं चढ़ सका। इस प्रोजेक्ट में आईआईटी कानपुर भी दुधवा प्रशासन की मदद करेगा। जिसमें लेजर बीम तकनीक पर काम होना है। इससे जंगल की सुरक्षा मजबूत होगी। अगले कुछ महीनों में इस पर काम शुरू हो जाएगा।
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