#BulliBai #BulliDeals मामले में गिरफ़्तारी के बाद अब कसा #SulliDeals पर शिकंजा, पकड़ा गया मुस्लिम महिलाओं को ट्रोल करने वाला ओंकारेश्वर ठाकुर, मुस्लिम महिलाओं को बदनाम करने के लिए बनाया था ऐप
तारिक़ खान
डेस्क। बुल्ली बाई ऐप प्रकरण में दर्ज मुकदमो में मुंबई पुलिस ने जहा खाता खोलते हुवे तीन गिरफ्तारियां किया था और आरोपियों को सलाखों के पीछे भेजा था, वही दिल्ली पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी नीरज विश्नोई को गिरफ्तार कर उसकी एक सप्ताह की रिमांड ले लिया है। इन सबके साथ अब सुल्ली डील ऐप पर भी पुलिस का तगड़ा शिकंजा कसा है और इस ऐप के मास्टर माइंड ओंकारेश्वर ठाकुर को इंदौर से गिरफ्तार कर लिया गया है। ओंकारेश्वर ठाकुर सुल्ली डील्स ऐप के माध्यम से मुस्लिम महिलाओं को ट्रोल करता था और उनकी तस्वीरो को एडिट करके अपने ऐप पर नीलाम करता था।
डीसीपी आईएफएसओ केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि वह समुदाय विशेष की महिलाओं को ट्रोल करने के लिए बनाए गए ट्विटर पर ट्रेड-ग्रुप का सदस्य था। गौरतलब हो कि “सुल्ली बाई” शब्द महिलाओं के लिए एक अपमान जनक शब्द है। इस शब्द के नाम से ऐप बनाकर उसपर मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरो को छेड़छाड़ करके नीलामी के लिए डालने वाला ओंकारेश्वर ठाकुर एक शातिर युवक है। पुलिस ने आरोपी को मध्य प्रदेश के न्यूयॉर्क सिटी टाउनशिप इंदौर से गिरफ्तार किया है।
उसका जन्म 17 जनवरी 1996 को हुआ था। उन्होंने आईपीएस अकादमी इंदौर से बीसीए किया है। प्रारंभिक पूछताछ के दौरान उसने स्वीकार किया कि वह ट्विटर पर एक ट्रेड-ग्रुप का सदस्य था और समुदाय विशेष की महिलाओं को बदनाम करने और ट्रोल करने के लिए साजिश रची थी। उसने गिटहब पर एक कोड विकसित किया था। गिटहब की पहुंच समूह के सभी सदस्यों के पास थी। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर एप को शेयर किया था। समूह के सदस्यों द्वारा महिलाओं की तस्वीरें अपलोड की गईं।
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने बुल्ली बाई एप के निर्माता व मास्टरमाइंड नीरज बिश्वनोई को भी असम से गिरफ्तार कर लिया। उसे सात दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। उसने पुलिस कस्टडी में दो बार खुदकुशी करने की कोशिश की है। डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि आरोपी 15 वर्ष की उम्र से ही हैकिंग कर रहा है। वह भारत समेत पाकिस्तान के स्कूल व विश्वविद्यालयों की साइटों से छेड़छाड़ व हैकिंग करता रहा है। स्कूलों से संबंधित वेबसाइटों को हैक करने के उसके दावों की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि वह जापानी के एनिमेशन गेम के किरदार गीयू (जीआईवाईयू) से काफी प्रभावित था। वह गीयू के नाम से ही ट्विटर हैंडल बनाता था। इसके जरिए ही उसने देश की पुलिस को खुद को पकड़ने की चुनौती थी।