नगर निगम वाराणसी के उदासीनता की कहानी, बेनिया पर लगा हफ्तों से सीवर/जल सप्लाई का पानी, जीएम साहब आप ही बता दे कि ये सीवर का पानी है या पाइप लाइन का

ए0 जावेद

वाराणसी। वाराणसी के सांसद प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी लाख परियोजनाओं की घोषणा करे मगर नगर निगम के जिम्मेदारो ने शायद कसम खा रखा हुआ है कि हम एक न सुनेगे और काम ऐसे ही लापरवाही से चलेगा। पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से पियरी-बेनिया रोड पर लगे सीवर के पानी को वाटर सप्लाई पाइप का पानी बताने वाले ज़िम्मेदार कभी क्षेत्र का दौरा करते दिखाई नही देते है।

मौजूदा फोटो आप बेनिया बाग़ चौराहे की देख रहे है। एक अमूल की दूकान खोल कर खुद के परिवार हेतु दाल रोटी का इंतज़ाम करने वाले युवक की दूकान को सीवर या फिर कहे कथित वाटर सप्लाई पाईप के पानी ने घेर रखा था। दुकान तक ग्राहक आ सके इसके लिए इस गरीब दुकानदार ने ईंट का सहारा लिया है। मगर आसपास की चाय के दुकानदारो से कम्पटीशन करने वाले इस दुकानदार की काफी कौन पिएगा इतनी गन्दगी में खड़े होकर।

तस्वीर गवाह है कि नगर निगम कितनी लापरवाह है। जिम्मेदारो के कान पर जू न रेगना इसकी नजीर है। ये पानी पिछले दस दिनों से ऐसे ही लगा हुआ है। जल संस्थान के जीएम कहते है कि पानी सीवर का नही है बल्कि पाइप लाइन का लगा हुआ है। हालात बताते है कि पानी गन्दगी को अपने अन्दर समाये हुवे है तो बेशक सीवर का पानी ही है। मगर हम इस बहस को छोड़े, पानी कैसा भी हो, मगर समस्या तो है न, फिर दस दिनों से इस समस्या का निस्तारण क्यों नही हुआ बड़ा सवाल है।

यही हाल महीनो नही बल्कि एक साल के करीब हुवे नई सड़क तिराहे का है। पानी की पाइप में लीकेज है। लीकेज के कारण सडक पर सुबह शाम को पानी लग जाता है। इस पानी के कारण सड़क में खड्डे हो गए है। ज़िम्मेदार आते है ट्यूब से पाइप बांधते है और चले जाते है। कोई समस्या का पुख्ता हल नही निकलता है। सवाल करे तो करे किससे, पूछे तो पूछे किससे। अधिकारी जल्द ही निस्तारण की बात कहकर बात को खत्म कर देते है। मगर एक साल होने को आया समस्या जस की तस मुह बाए हुवे खडी है।

आप सोचे दूर दराज़ से आकर बेनिया तिराहे पर तिब्बत बाज़ार में दूकान लगा कर एक साल के लिए अपने परिवार हेतु दाल रोटी का इंतज़ाम करने वाले इस समय इस समस्या से अपनी दुकानदारी खो बैठे है। उनके बारे में सोचने की फुर्सत किसको है। सीवर समस्या रोज़-ब-रोज़ विकराल होती जा रही है। मगर सोचने की और समस्या को हल करने की इच्छा शक्ति की कमी शायद समस्याओ से शहर को जकड़े हुवे है। हम सिर्फ इंतज़ार कर सकते है कि समस्याओ का पूरी तरह से निस्तारण हो जाए।

क्या कहते है स्थानीय पार्षद

पार्षद संजय सिंह डाक्टर के देहांत हो जाने के बाद से क्षेत्र स्थानीय प्रतिनिधित्व विहीन हो चूका है। वही पास के पार्षद मो0 सलीम का कहना है कि जल संस्थान के कामो से हम सब खुद परेशान है। दालमंडी मुख्य मार्ग पर चार जगह पाइप लाइन लीकेज है। इस लीकेज से रोज़ कई हज़ार लीटर पीने लायक पानी बह जाता है। पिछले 20 दिनों से ये समस्या हम पाल कर बैठे है। तीन कर्मचारियों से काम करवाने वाला जलसंस्थान पिछले 20 दिनों से आश्वासन पर आश्वासन दे रहा है। लाखो लीटर पाने का नुक्सान जनता सह चुकी है। मगर ज़िम्मेदार सुनते ही नहीं है। पुरे कार्यकाल में जल संस्थान से काम करवाने के लिए जूझना पड़ता है। आज भी हम जूझ ही रहे है। हमको एक एक छोटी छोटी समस्या के निदान हेतु जूझना पड़ रहा है।

क्या कहते है स्थानीय जेई

हमने इस सम्बन्ध में बात करने के लिए स्थानीय जेई आनंद गौरव से उनके सीयुजी नंबर 8935000954 पर संपर्क किया। जेई साहब ने हमसे बात करते हुवे बताया कि बेनिया-नई सड़क मार्ग पर बड़ी पाइप लाइन बदलने की कवायद चल रही है। इस कवायद में जल्द ही पाईप लाइन बदल जाएगी। अगले सप्ताह में क्षेत्र के आसपास की सभी समस्या हल हो जाएगी। बेनिया पियरी मार्ग की समस्या हेतु आज रात को ही निस्तारण कर दिया जाएगा। ठण्ड के कारण कार्यक्षमता में कमी आती है। कडाके की ठण्ड पानी के काम करने में दिक्कत देता है। देरी काम में इसी कारण से आई थी।

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