वायरल वीडियो ने उड़ा दिए इंसानियत के होश, तस्वीरे कर देंगी आपको शर्मसार, राजधानी दिल्ली में महिला के साथ हुई गणतन्त्र दिवस पर हैवानियत की हदे पार
शाहीन बनारसी
दिल्ली। दिल्ली के शाहदरा में एक बार फिर इंसानियत को शर्मसार कर दिया गया है। जब पूरा मुल्क गणतन्त्र दिवस की खुशियाँ मना रहा था तब आपसी दुश्मनी में एक महिला का अपरहण कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म कर उसके बाल काट कर उसके मुह पर कालिख पोत कर इलाके में घुमाया गया। प्रकरण में महिला आयोग ने संज्ञान लिया है और वही इस मामले की दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने निंदा की है। इस घटना ने पूरे देश को ही शर्मसार कर दिया। शुक्रवार को पीड़िता के साथ ही हैवानियत का एक ऐसा वीडियो सामने आया, जिस देख दिल दहल उठा। विवेक विहार इलाके में हैवानियत की शिकार हुई पीड़िता गहरे मानसिक सदमे में है। परिवार का कहना है कि गहरे सदमे के कारण वह ठीक से खाना भी नहीं खा पा रही है। वारदात के बाद पुलिस ने उसका प्राथमिक उपचार कराने के बाद उसकी काउसंलिंग भी कराई थी।
वीडियो में दिख रहा कि एक कमरे में बंद कर एक लड़का व महिला दरिंदों की तरह महिला पर डंडे और बेल्ट बरसा रहे हैं। महिला को जानवरों की तरह पीटा जा रहा है। महिला रहम की भीख मांग रही है, महिला को नंगा करने की बात की जा रही है। महिला पानी मांग रही है तो उसे पेशाब पिलाने की बात की जा रही है। कमरे में ही उसके कैंची और उस्तरे से बाल काटे जा रहे हैं। इन सब का वीडियो भी आरोपियों ने बनाकर वायरल किया। सूत्रों का कहना है कि वीडियो इसलिए वायरल किया गया ताकि लोगों में उनके प्रति खौफ बना रहे।
सूत्रों बताते है कि महिला को अधमरा करने के बाद महिलाओं ने अपने सामने ही अपने लड़कों से उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के लिए कहा। हालांकि इसका वीडियो नहीं बनाया गया, लेकिन महिला के साथ जो कुछ भी हुआ उसने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। महिला रहम की भीख मांगते-मांगते बेहोश हो गई, लेकिन इतनी दरिंदगी करने के बाद भी इनका गुस्सा नहीं थमा। पीड़िता के चेहरे पर कालिख पोतकर उसे गली-गली घुमाकर इसका वीडियो बनाकर भी वायरल किया गया। शुक्रवार को महिला की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर देखा गया तो लोगों ने उसकी जमकर आलोचना की।
पीड़िता की हालत यह है कि वह ठीक से बोल भी नहीं पा रही है। परिवार का कहना है कि दबंग आरोपी कभी भी उनके परिवार को निशाना बना सकते हैं। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष के कहने पर पुलिस ने खानापूर्ति करने के लिए पीड़िता के घर के बाहर तीन पुलिस कर्मियों को परिवार की सुरक्षा के लिए बिठा दिया है। लेकिन उनको परिवार की सुरक्षा से कोई मतलब नहीं है। पीड़िता के घर में कौन आ रहा है कौन जा रहा है, इससे भी उनको कोई मतलब नहीं था। पीड़िता की छोटी बहन ने आरोप लगाया है कि आरोपी लगातार उनके परिवार पर उसकी बहन का पता बताने का दबाव बना रहे थे। पिछले करीब दो माह से उन्हें कई बार धमकाया गया। गत 19 जनवरी को आरोपियों ने उसके परिवार पर हमला कर उनका ऑटो जला दिया। उसकी मौसी को भी पीटा गया। पीड़िता की बहन ने दावा किया कि उसने 19 जनवरी को विवेक विहार थाने में जाकर आरोपियों की शिकायत की तो उनकी एक न सुनी गई। उनको थाने से टरका दिया गया। पुलिस अधिकारी शिकायत मिलने की बात से साफ इंकार कर रहे हैं।