रूस-युक्रेन युद्ध: गूगल ने रूस के खिलाफ उठाये कड़े कदम, रूस को साइबर अटैक से मिल रहा है जवाब

आफ़ताब फारुकी

डेस्क. रूस और युक्रेन के बीच चल रही जंग अब खतरनाक मोड़ पर आ चूका है। रूस लगातार युक्रेन पर हमला कर रहा है। दूसरी तरफ रूस ने बेलारूस में वार्ता का प्रस्ताव युक्रेन के पास भेजा है। मगर युक्रेन ने इसके लिए शर्त रखा है कि यह वार्ता बेलारूस में नही होगी। इसके बाद से वार्ता का मामला कुछ बढ़ता हुआ नही दिखाई दे रहा है। इस दरमियान गूगल ने रूस के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं। गूगल ने यूक्रेन में अपने मैप्स के लाइव फीचर को कुछ समय के लिए बंद कर दिया है। गूगल ने कहा है कि उसने यह फैसला यूक्रेन की नागरिकों के हित में लिया है। गूगल मैप्स के लाइव फीचर से यूजर्स को ट्रैफिक के बारे में लाइव जानकारी मिलती है। गूगल ने यह कदम स्थानीय प्रशासन से बातचीत के बाद उठाया है।

युक्रेन में मैप्स के लाइव फीचर अस्थायी तौर पर बंद करने के बाद गूगल ने रूस की सरकारी मीडिया इंस्टीट्यूशन RT और अन्य दूसरे चैनलों को अपने प्लेटफॉर्म यूट्यूब पर डिमॉनेटाइज कर दिया है जिसका मतलब यह है कि ये चैनल पर यूट्यूब पर आने वाले विज्ञापन से पैसे नहीं कमा सकेंगे। यूट्यूब के अलावा गूगल ने रूस की सरकारी मीडिया की वेबसाइट और एप के विज्ञापन पर भी रोक लगा दी है। इससे पहले फेसबुक ने भी रूस के सरकारी मीडिया के फेसबुक पेज को डिमॉनेटाइज किया है।

रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले के बाद MWC 2022 में रूसी कंपनियों की एंट्री रोक दी गई है। MWC के आयोजकों ने कहा है कि इस इवेंट में किसी भी रूसी कंपनी का कोई स्टॉल नहीं होगा। MWC से रूसी कंपनियों को बाहर रखने का फैसला अमेरिका के रूस पर लगाए गए कुछ अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध के बाद लिया गया है। अमेरिका ने यह प्रतिबंध उन प्रोडक्ट पर भी लगाया है जिनके ब्रांड रूस के हैं, लेकिन प्रोडक्शन अमेरिका में होता है। इस प्रतिबंध से अमेरिकन कंपनियों को भारी नुकसान हो सकता है। अमेरिका ने ये प्रतिबंध अमेरिकी व्यापार कानून के तहत लगाए हैं। अमेरिकी कंपनियों को अब कंप्यूटर, सेंसर, लेजर, नेविगेशन उपकरण, और दूरसंचार, एयरोस्पेस और समुद्री उपकरण रूस को बेचने के लिए लाइसेंस प्राप्त करना होगा। अमेरिका ने इसी तरह का प्रतिबंध कुछ साल पहले चाइनीज कंपनी हुवावे पर लगाया था जिससे हुवावे को काफी नुकसान हुआ।

दोनों देशों के बीच चल रहे यूद्ध के बीच यूक्रेन की सरकारी वेबसाइट और बैंकों पर लगातार साइबर अटैक की खबर है। यूक्रेन की संसद और अन्य सरकारी और बैंकिंग वेबसाइटों पर पिछले सप्ताह साइबर अटैक हुआ। इस हमले के बाद साइबर सुरक्षा शोधकर्ताओं ने कहा था कि अज्ञात हमलावरों ने खतरनाक मैलवेयर से सैकड़ों कंप्यूटरों को भी संक्रमित किया है। शोधकर्ताओं ने कहा कि कुछ संक्रमित कंप्यूटर पड़ोसी लातविया और लिथुआनिया में थे।

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