शाहीन बनारसी
वाराणसी। नवसाधना, तरना में राइज एंड एक्ट के तहत “राष्ट्रीय एकता शांति व न्याय” विषयक तीन दिवसीय प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण की शुरुआत हुई, जिसमें प्रतिभागियों ने सामाजिक मुद्दों पर अपने लेख प्रस्तुत किया और सांवैधानिक अधिकारों व उत्तरदायित्वों के प्रति आगाह किया।
मुख्य वक्ता शिव कुमार पराग ने कहा कि आज सत्य को विस्थापित कर झूठ को स्थापित किया जा रहा है। जो चीज भौतिक नहीं है उसे प्रसारित किया जा रहा है और चारों ओर झूठ छाया हुआ है। लोकतंत्र का एक ही पहलू शेष है की वह लोकतंत्र खतरे में है। किसी भी तरह की आजादी नहीं है। आज गांधी के विचार नहीं बल्कि उनके चश्मे को अपनाया जा रहा है और गांधी-अंबेडकर, गांधी-सुभाष, नेहरू-पटेल को लड़ाया जा रहा है। संविधान को बचाये रखने के लिए आज भी गांधी साम्प्रदायिक ताकतों के लिए बडी चुनौती है। लाल प्रकाश राही ने देश की आर्थिक नीतियों की चर्चा करते हुए वर्तमान आर्थिक तंत्र को समझने के नजरिये को लेकर कहा कि नजरिया भौतिक व आध्यात्मिक रूप से समझा जा सकता है।
सुरेश कुमार अकेला ने कहा कि विकास की आंधी में आम आदमी लूट रहा है। गंभीर खतरों को जानने के लिए सिद्धांत, विचार व उत्तरदायित्व के निर्वहन की आवश्यकता है। इसी क्रम में रामजन्म कुशवाहा, हरिश्चंद बिंद, अब्दुल मजीद, अयोध्या प्रसाद, राजाराम राव आदि ने अपने विचार रखे। प्रतिभागियों के प्रश्नो का जवाब वक्ताओं ने दिया। इस अवसर पर प्रतिरोध की कविता में विख्यात कवि शिव कुमार पराग ने लोगों के मनोभावों पर “दिलों के बीच मे पत्थर दिखाई देता है, हर एक मन में कोई डर दिखाई देता है।“ एवं “इनके मारे नहीं मरेंगे, गांधी फिर जी उठेंगे।“ सुनाकर गांधी पर उठ रहे सवालों पर निशाना साधा।
सुरेश कुमार अकेला ने कविता के माध्यम से कहा जो अंग्रेजों के संग, गलबहियां करके खड़े रहे, हांथो में जिनके सदा हीरे मोती जड़े रहे. नाहिदा आरिफ ने “कहते हैं जो खुद को तरक्की की बयार, करते है हर वक़्त अपने जीत की हाहाकार.” नाकर इंसानियत पर सवाल खड़े किए तो लाल प्रकाश राही ने साम्प्रदयिक ताकतों की ओर इशारा करते हुए “भाई-भाई को यूं ही लड़ाया गया, खून नाहक सबों का बहाया गया.” सुनाकर सोंचने पर मजबूर कर दिया। ग्रुप चर्चा के दौरान आगे की कार्य योजनाओं पर चर्चा की गई। शाम को गांधी के मोहन से महात्मा बनने के जीवन वृत्त को कठ पुतली मंचन के माध्यम से दिखाया गया।
संचालन हृदया नन्द शर्मा एवं आभार अर्शिया खान ने व्यक्त किया। इस दौरान राम किशोर चौहान, मनोज कुमार, कमलेश ने किया। इसी क्रम में साधना यादव, संजय सिंह, नाहिदा आरिफ, संजू, असलम, वीना गौतम, विनोद गौतम, विकास मोदनवाल, अर्शिया खान, शमा परवीन, राम कृत आदि मौजूद रहे।
तारिक आज़मी वाराणसी: वाराणसी पुलिस कमिश्नर ने साफ़ साफ़ हुक्म जारी किया था कि शहर…
फारुख हुसैन डेस्क: असम-मणिपुर सीमा के निकट जिरी नदी में शुक्रवार को एक महिला और…
ए0 जावेद वाराणसी: गांधी विरासत को बचाने के लिए वाराणसी स्थित राजघाट परिसर के सामने…
ईदुल अमीन डेस्क: उत्तर प्रदेश के झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में आग लगने…
माही अंसारी डेस्क: मणिपुर में हालात एक बार फिर तनावपूर्ण हो गए हैं। इसे लेकर…
मो0 शरीफ डेस्क: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के…