इंधन और रसोई गैस के दामो में हुई वृद्धि के खिलाफ विपक्ष का लोकसभा में प्रदर्शन, बढ़े मूल्य वापस लेने के लिए विपक्ष ने किया सदन से वाक आउट
तारिक़ खान
नई दिल्ली। विपक्ष के सदस्यों ने आज लोकसभा का वाक आउट रसोई गैस के दामो में वृद्धि और इंधन की कीमतों के इजाफे के मुखालिफ किया। आज मंगलवार को विपक्ष के सदस्यों ने लोकसभा में इस मुद्दे पर प्रदर्शन किया और इसे वापस लेने की मांग करते हुए सदन से वॉकआउट किया। शून्यकाल में कांग्रेस के अधीररंजन चौधरी ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि विपक्षी पार्टियां पहले ही दावा कर रही थीं कि चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद डीजल-पेट्रोल की कीमतों में इजाफा होगा।
कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, एनसीपी, डीएमके और वामदलों के सदस्यों ने ईंधन की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ अपनी सीटों से नारेबाजी की और कीमत वृद्धि वापस लेने की मांग की। प्रश्नकाल के लिए लोकसभा जैसे ही बैठी, विपक्षी सदस्यों ने इस मसले को उठाने की कोशिश की लेकिन स्पीकर ओम बिरला ने इसकी इजाजत नहीं दी। स्पीकर ने विपक्ष से कहा कि वे प्रश्नकाल के बाद ही इस मसले को उठा सकते हैं।
पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में इजाफे को लेकर आरजेडी नेता मनोज झा ने कहा, ‘सरकार दावा करती है कि पेट्रोल और डीजल के दाम नियंत्रण में नहीं हैं तो फिर चुनाव जब चल रहा तो इस पर नियंत्रण कैसे था। झूठ बोलने की भी सीमा होती है। मैं तो कह रहा हूं एक साथ बढ़ाइए। मैं तो उन्हें ढूंढ रहा हूं तो सिलेंडर की डमी लेकर घूमा करते थे। उन्हें अब वापस लाइए।’
गौरतलब है पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मंगलवार को प्रति लीटर 80 पैसे की वृद्धि की गई है जबकि रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में 50 रुपये का इजाफा किया गया है। 137 दिनों के बाद यह दाम बढ़ाए गए हैं। मंगलवार से दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 96.21 रुपये हो गई है। जबकि डीजल 87.47 रुपये प्रति लीटर मिलेगा। इससे पहले पेट्रोल और डीजल के खुदरा मूल्य में 04 नवंबर, 2021 को वृद्धि की गई थी और अब कुल चार महीने बाद इनके दामों को बढ़ाया गया है।