बिग ब्रेकिंग: एसटीऍफ़ इस्पेक्टर अमित श्रीवास्तव की टीम को मिली बड़ी सफलता, आतंक का पर्याय बना 2 लाख का इनामिया मनीष सिंह सोनू हुआ मुठभेड़ में ढेर, देखे मौके का फोटो और वीडियो

तारिक़ आज़मी

वाराणसी। वाराणसी एसटीऍफ़ इस्पेक्टर अमित श्रीवास्तव की टीम को आज एक बड़ी सफलता कड़ी मेहनत के बाद मिली जब आतंक का पूर्वांचल में पर्याय बन चूका मनीष सिंह सोनू मुठभेड़ में ढेर हो गया। 2 लाख के इनामिया बदमाश नरोत्तमपुर निवासी मनीष सिंह सोनू पर दो दर्जन से अधिक मामलो में पुलिस को मनीष सिंह सोनू की तलाश थी। मगर कई बार आमने सामने मुठभेड़ के दरमियान पुलिस को चकमा देकर मनीष सिंह सोनू फरार हो गया था।

इस मुठभेड़ के सम्बन्ध में मिली जानकारी के अनुसार मनीष सिंह सोनू पुलिस के लिए काफी लम्बे समय से सरदर्द बना हुआ था। एनडी तिवारी हत्याकांड समेत कपसेठी में 10 लाख की रंगदारी, चौकाघाट में गन शॉट समेत कई अन्य मामलों में वांछित चल रहे मनीष सिंह सोनू पर जौनपुर, गाजीपुर, वाराणसी और चंदौली में 25 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। 2021 में एडीजी की संस्तुति के बाद पुलिस ने उस पर 1 लाख से बढ़ा कर उनाम राशि 2 लाख कर दिया था।

इधर बीच मनीष सिंह सोनू की गतिविधियाँ बढती हुई पुलिस को दिखाई दे रही थी। एसटीऍफ़ इस्पेक्टर अमित श्रीवास्तव की टीम काफी समय से मनीष सिंह सोनू का सुराग पता करने के लिए दिन रात मेहनत कर रही थी। दुर्दांत अपराधी मनीष सिंह सोनू के एक एक छोटी से छोटी गतिविधियों पर एसटीऍफ़ नज़र रख रही थी। इस दरमियान आज एसटीऍफ़ टीम के इस्पेक्टर अमित श्रीवास्तव को उनके सूत्रों द्वारा सुचना मिली की मनीष सिंह सोनू किसी घटना को अंजाम देने की गरज से लोहता थाना क्षेत्र के बनकट रेलवे क्रासिंग के समीप रज्जिपुर गाँव रिंग रोड के पास आने वाला है।

लम्बे समय से मनीष सिंह सोनू के सुराग हेतु पसीने बहा रहे अमित श्रीवास्तव ने इसकी जानकारी तत्काल अपर पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह को दिया। सुचना पर विश्वास करके अपर पुलिस अधीक्षक ने एक टीम बना मौके पर भेजा। मौके पर पहुची टीम को सामने से मनीष सिंह सोनू आता हुआ दिखाई दिया। एसटीऍफ़ टीम ने जब उसको ललकारा तो दुर्दांत मनीष सिंह सोनू ने अपने साथ लिए हुवे कार्बाइन से एसटीऍफ़ टीम पर गोलियां चलाना शुरू कर दिया।

अभी तक आम इंसानों के खून से होली खेलने वाला मनीष सिंह शायद ये भूल चूका था कि इस बार उसका मुकाबला आम और निरीह नागरिको से नहीं बल्कि प्रशिक्षित एसटीऍफ़ से है। अमित श्रीवास्तव ने अपनी टीम के साथ घेरेबंदी कर कुख्यात मनीष सिंह सोनू के गोलियों का जवाब गोलियों से देना शुरू किया तो चंद लम्हों में ही मौत का खेल खेलने वाला मनीष सिंह घायल होकर धाराशाही हो गया। दुसरे तरफ से गोलियां न आते देख पास जाकर इस्पेक्टर अमित श्रीवास्तव ने देखा तो मनीष सिंह सोनू पुलिस की गोली से घायल होकर खून से लहुलुहान पड़ा था।

इंसानियत के तकाज़े को ध्यान में रखकर एसटीऍफ़ टीम ने घायल मनीष सिंह सोनू को तत्काल अस्पताल पहुचाया। मगर अस्पताल की चौखट पार करने के पहले ही मौत का सौदागर मौत की नींद खुद सो चूका था। कुख्यात मनीष सिंह से हुई पुलिस मुठभेड़ की जानकारी मिलते ही मौके पर ग्रामीणों की भीड़ इकठ्ठा हो गई।

ग्रामीणों ने लगाया पुलिस के नाम का जयकारा

मनीष सिंह सोनू का आतंक कैसा था इसका जीता जागता उदहारण रज्जीपुर गाँव में देखने को मिला जब ग्रामीणों को जानकारी हुई कि पुलिस मुठभेड़ में मारा जाने वाला कुख्यात मनीष सिंह सोनू था तो ग्रामीणों ने ख़ुशी से पुलिस की जयकारे का नारा लगाना शुरू कर दिया। एसटीऍफ़ जिंदाबाद, पुलिस प्रशासन जिंदाबाद के नारों से इलाका ही नही बल्कि आसमान गूंजने लगा। इस मौके पर कुछ ग्रामीण अपने घरो से मिठाई लेकर मुठभेड़ स्थल पर पहुचे और पुलिस कर्मियों सहित मौके पर मौजूद पत्रकारों का भी मुह मीठा करवाने लगे।

इस मुठभेड़ में मनीष सिंह सोनू का एक साथी इस गोलीबारी के बीच फरार होने में कामयाब रहा है। पुलिस को मनीष सिंह सोनू के पास से एक कार्बाइन, भारी मात्रा में गोली और अन्य असलहे बरामद हुवे है। पुलिस ने कुख्यात अपराधी की लाश को पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया है। विस्तृत समाचार प्रतीक्षारत।

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