ईदुल अमीन
वाराणसी: शहर बनारस और गंगा जमुनी तहजीब एक दुसरे के पर्यायवाची ही दिखाई देते है। बनारस वाले ईद और दीपावली एक साथ मनाते है। उस कुदरत का भी करिश्मा देखिये कि नफरतो की सौदागरी लाख कोई करे, उसने होली भी ऐसे दिन दी जिस दिन शब्-ए-बारात थी। वही नवरात्र का व्रत भी उसने रमजान में दिया। शहर बनारस ने दोनों त्यौहार एक साथ राज़ी ख़ुशी मनाया।
ऐसा दुर्लभ नजार दुनिया में किसी जगह देखने को नही मिलेगा। मगर ये नजारों की गवाह बनी शहर बनारस की सड़के। शहर बनारस के मैदागिन से निकली रामनवमी की शोभायात्रा का स्वागत दालमंडी के कारोबारी आसिफ शेख ने अपने साथियों के साथ चौक पर किया। आसिफ शेख और उनके साथी रमजान के रोज़े थे और खुद प्यासे थे। मगर अपने साथियों के साथ उन्होंने रामनवमी के श्रधालुओ को पानी पिलाकर उनका स्वागत किया।
तारिक खान डेस्क: नगीना से सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने कुम्भ मेले को लेकर सरकार पर…
आफताब फारुकी डेस्क: असम के दीमा हसाओ ज़िले की एक खदान में फंसे मज़दूरों को…
सबा अंसारी डेस्क: इंडिया गठबंधन के घटक दल शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत…
तारिक खान डेस्क: खनौरी और शंभू बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों का सब्र का…
सबा अंसारी डेस्क: संभल शाही जामा मस्जिद के कुए को हरिमंदिर बता कर पूजा की…
संजय ठाकुर डेस्क: संभल की जामा मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद के बीच उत्तर…