पलिया पुलिस और STF की संयुक्त कार्यवाही में लाखों की ठगी करने वाले गिरोह का हुआ पर्दाफाश, पैसो को दूना करने के नाम पर आम नागरिको को ठग लेते थे गोविन्द और गणेश
फारुख हुसैन
लखीमपुर (खीरी) पलिया पुलिस और एसटीएफ लखनऊ की संयुक्त टीम ने रुपए को दोगुना करने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह के 2 सदस्यों को गिरफ्तार किया है, गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों का नाम गोविंद निषाद और गणेश निषाद है दोनों अभियुक्त गोंडा के रहने वाले हैं दोनों अभियुक्तों के पास से पुलिस ने 22 लाख 39 हजार आठ सौ रुपए बरामद किए हैं।
गिरफ्तार किए गए ठग इतने शातिर है कि लोगों का रुपया दोगुना कर देने का लालच देकर लोगों को ठगते थे अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि यह ठग सादे कागज पर किसी काले रंग का केमिकल लगाकर उसे काला कर देते थे और शातिराना अंदाज से असली नोट को सामने दिखा देते थे। जिससे लोगों को लगता था कि नोट अभी-अभी बनाया गया है। वही इस काम को ठग उनके पास आने वाले लोगों से बनवाते थे और उनका वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल कर ठगी भी करते थे। ठगी का शिकार हुए मुख्तार सिंह नाम के व्यक्ति ने इसकी शिकायत पलिया थाने में 3 अप्रैल को की थी। जिससे ढाई लाख रुपए की ठगी हुई थी। जिसके बाद पलिया पुलिस और एसटीएफ लखनऊ की संयुक्त टीम ने दोनों ठगों को गिरफ्तार किया है। वही तीन ठग अभी भी पुलिस की गिरफ्त से फरार चल रहे हैं। ठगों के कब्जे से 22 लाख 39 हजार आठ सौ रुपए एक बोलेरो गाड़ी रुपए दुगना करने वाला केमिकल पाउडर और प्रेस कार्ड बरामद हुआ है।
पकड़े गए दोनों अभियुक्तों पर धारा 406 419 420 के तहत कार्रवाई करते हुए जेल भेजने की तैयारी की जा रही है। वही खबरों के माध्यम से हमारा चैनल आप को आगाह करना चाहता हैं कि यदि आप भी ठगी का शिकार हुवे हो तो कानून की मदद से इन ठगों को सलाखों के पीछे भिजवा सकते है। किसी लालच में न आये और ठगों से होशियार रहे।
संजीव सुमन ने पत्रकारों से प्रेस वार्ता कर विभिन्न शहरों में पहुंचकर भोले भाले लोगों को धन को दोगुना करने का लालच देकर ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा किया है, जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने बताया कि जिले के ही पलिया कोतवाली क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति को कुछ अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा धन को दोगुना करने का लालच देकर उनको गोंडा ले जाकर उनसे ढाई लाख रुपए की ठगी कि गई थी। वही जब उनको उनके साथ ठगी करने का एहसास हुआ तो उन्होंने इस बात की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी जिसके बाद मामले की जानकारी मिलने पर थाने में संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर स्थानीय पुलिस व लखनऊ की एसटीएफ की टीम मामले की जांच पड़ताल में जुट गई थी। जिसके बाद टीम ने ह्यूमन इंटेलिजेंस व तकनीकी सहायता के सहयोग के आधार पर पलिया के ही टेहरा चौराहे से गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया। जिन के पास से ठगी किया हुआ 22 लाख 39 हजार आठ सौ रुपए वह धन दोगुना करने के केमिकल सहित उनके पास मीडिया का फर्जी आई कार्ड भी बरामद किया है।