शाहीन बनारसी
वाराणसी: देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू शिक्षण संस्थानों को आधुनिक भारत का मंदिर और मस्जिद कहा करते थे।लेकिन ये हमारा दुर्भाग्य है कि जब देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है ऐसे समय में शिक्षण संस्थानों की भूमिका भी बदल गयी है और नयी पौध को देश का गौरवशाली इतिहास तोड़-मरोड़ कर एक एजेंडे के तहत पढ़ाया जा रहा है।
आईआईटी बीएचयू के प्रो0 आर0 के0 मंडल ने कहा कि नेहरू महात्मा गांधी की तरह ही धर्म को राजनीति से जोड़ने के विरोधी थे। वह इसे सबसे बड़ा अपराध मानते थे। आज दौर उलट गया है। जब हम नेहरू को पढ़ते हैं तो पता चलता कि वह किन कारणों से देश के नायक थे और वह कौन से कारण है जिसके चलते आज उन्हें एक एजेंडे के तहत खलनायक बनाने का प्रयास किया जा रहा है। पत्रकार ए0 के0 लारी ने कहा कि नेहरू की वैचारिकी को खत्म करने का काम कांग्रेस ने ही शुरू किया। वह नेहरू की वैचारिकी से दूर होते गये। जब तक कांग्रेस नेहरू की रीत-नीति को नहीं अपनाएगी तब तक उसका समाज के विभिन्न तबकों से मेलजोल मुमकिन नहीं है।
कार्यक्रम के आयोजक डॉ0 मुहम्मद आरिफ ने विषय स्थापना करते हुए कहा कि नेहरू बेहद संजीदा इंसान थे। वह न सिर्फ आधुनिक भारत के निर्माता थे बल्कि वह जनता से बेहद प्यार करते थे। उस दौर की सरकारों में बनी नीतियां इस बात की परिचायक है। आज के दौर में हमें इस बात पर चिंतन करना चाहिए कि वह कौन से कारण थे जो आज की मौजूदा सत्ता को परेशान करते है और वह लगातार इस बात का प्रयास कर रही है कि नेहरू की विचार और पहचान को ही खत्म कर दिया जाए।जरूरत इस बात की है कि हम नेहरू की लिखी और उन पर लिखी गयी किताबों को पढ़े। सत्य और तथ्य के आधार पर ऐसे लोगों को जवाब दें जो उनकी छवि को दागदार बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
संगोष्ठी में डॉ0 राजेन्द्र फुले, अजय शर्मा, राम जनम, अयोध्या प्रसाद, दौलत राम सहित देश के विभिन्न राज्यों से आये प्रतिनिधियों ने विभिन्न विषयों पर भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में वानु परवा, पुष्पा, अंकेश, विकास, युद्धेष बेमिसाल, मनोज कुमार, संजय सिंह, रामकिशोर, मोहम्मद असलम, अर्शिया खान, हरिश्चंद्र, रबीउल हक़, शमा, प्रबीन्द्र राय सहित तमाम प्रतिभागी मौजूद रहे। संचालन डॉ0 राजेन्द्र फुले और संजय सिंह ने किया।
शाहीन अंसारी वाराणसी: विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट द्वारा…
माही अंसारी डेस्क: कर्नाटक भोवी विकास निगम घोटाले की आरोपियों में से एक आरोपी एस…
ए0 जावेद वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के शिक्षाशास्त्र विभाग में अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा विरोधी…
ईदुल अमीन डेस्क: सुप्रीम कोर्ट की दो जजों की बेंच ने संविधान की प्रस्तावना में…
निलोफर बानो डेस्क: उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के…
निलोफर बानो डेस्क: उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के…