आदिल अहमद
डेस्क: महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच तेजी से बढ़ रहे घटनाक्रम में विधानसभा भंग होने के आसार बढ़ते हुवे दिखाई दे रहे हैं। महाराष्ट्र के ताजा राजनीतिक घटनाक्रम को देखते हुए कांग्रेस सक्रिय हो गई है और इसी क्रम में उसने अपने वरिष्ठ नेता कमलनाथ को राज्य के लिए पर्यवेक्षक बनाया है। गौरतलब है कि 288 सदस्यों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना के 55, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के 53 और कांग्रेस के 44 विधायक हैं। सरकार बनाने के लिए 144 विधायकों का समर्थन जरूरी है।
इस दरमियान आज उद्धव ठाकरे के आवास पर शाम 5 बजे सभी विधायकों की बैठक बुलाई गई है। उद्धव ठाकरे का अगला कदम क्या होगा, क्या ठाकरे पद से इस्तीफा देंगे या विधानसभा भंग करने की सिफारिश करेंगे, इन सारे मुद्दों पर बैठक में चर्चा होने की संभावना जताई जा रही है। इससे पहले शिवसेना के बागी नेता और मंत्री एकनाथ शिंदे गुजरात के सूरत से असम की राजधानी गुवाहाटी पहुंचे, जहां उन्होंने दावा किया कि इनके साथ सेना के 40 विधायकों समेत कुल 46 विधायक हैं।
एकनाथ शिंदे ने सूरत एयरपोर्ट पर भी कहा था कि उन्होंने बालासाहेब ठाकरे का हिंदुत्व नहीं छोड़ा है। उन्होंने कहा था, ”मैं चाहता हूं कि भाजपा के साथ मिलकर उद्धव ठाकरे सरकार बनाएं।” न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक वरिष्ठ नेता ने मंगलवार शाम को कहा कि उनकी पार्टी राज्य में सरकार बनाने की संभावना तलाश रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार में मंत्री रहे नेता ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा, ‘सत्ता के आसानी से हस्तांतरण हमारी प्राथमिकता है।’ इस दरमियान महाराष्ट्र के मंत्री और कांग्रेस नेता नितिन राउत ने कहा कि राज्य सरकार को अस्थिर करने की बीजेपी की कोशिश सफल नहीं होगी। एएनआई के अनुसार राउत ने कहा विपक्ष शासित राज्यों में सरकार को गिराने की कोशिश करना बीजेपी के स्वभाव में है।
कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा है कि शरद पवार से बात हुई है। एनसीपी और कांग्रेस महाविकास अघाड़ी के साथ हैं। क्या शिवसेना के बागी विधायक वापस आयेंगे? इस पर कमलनाथ ने कहा ये मैं कैसे बता सकता हूं ये उद्धव ठाकरे बताएंगे। क्या बागी शिवसेना विधायको को लाने में कांग्रेस एनसीपी मदद करेगी? कमलनाथ ने कहा जो कुछ बन सकता है, कर रहे हैं। इसके पहले कमलनाथ ने कहा कि उद्धव ठाकरे को भरोसा है कि कुछ विधायक वापस आएंगे ये शिवाजी महाराज का राज्य है। बीजेपी पैसे का इस्तेमाल कर प्रलोभन की राजनीति कर रही है।
महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच शिवसेना विधायक नितिन देशमुख ने कहा है कि वे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ हैं। विधायक नितिन देशमुख ने दावा किया है कि उनका “अपहरण” किया गया था और गुजरात के सूरत ले जाया गया था। जहां से वे भाग आए हैं। बता दें कि पहले माना जा रहा था कि वे शिवसेना के बागी नेताओं में से एक हैं। हालांकि अब नितिन देशमुख ने साफ किया है कि वे उद्धव ठाकरे के साथ हैं।
गुवाहाटी एयरपोर्ट से निकलते समय एकनाथ शिंदे ने कहा है कि शिवसेना छोड़ा नहीं है, बालासाहेब का हिंदुत्व आगे बढ़ाएंगे। जबकि एक विधायक अब्दुल सत्तार ने कहा मजाकिया लहजे में कहा बिरयानी खाने आए हैं। तो गृहराज्यमंत्री शंभू राजे ने कहा है जय महाराष्ट्र। शिंदे ने अपने साथ शिवसेना के 40 और निर्दलीय 6 विधायकों के साथ होने का दावा किया है।
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