कानपुर हिंसा: विधायको ने किया पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर पत्र सौप किया निष्पक्ष जाँच की मांग, हिंसा आरोपी 4 अन्य गिरफ्तार, भाजयुमो नेता को अदालत ने भेजा जेल
आदिल अहमद
कानपुर: कानपुर हिंसा मामले में पुलिस की कार्यवाही लगातार जारी है। वही कानपुर शहर क़ाज़ी ने पुलिस पर एकतरफा कार्यवाही का कल आरोप लगाते हुवे कहा था कि पुलिस निर्दोष को परेशान कर रही है। आज इस कड़ी में कानपुर के तीन विधायको ने पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीना से मुलाकात कर पत्र सौपा और मांग किया कि हिंसा की साजिश का खुलासा हो।
कानपुर के आर्य नगर विधायक अमिताभ बाजपेयी, सीसामऊ विधायक हाजी इरफ़ान सोलंकी और कैंट विधायक हसन रूमी ने आज पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीना से मुलाकात किया और उन्हें एक पत्र सौपते हुवे कहा कि हिंसा के बाद से भाजपा के नेताओं द्वारा नफरत फैलाने का सिलसिला जारी है। हिंसा एक बड़ी साजिश के तहत की गई थी। इसकी जाँच के लिए हाई कोर्ट के सीटिंग जज की निगरानी में जाँच कर दोषियों पर कार्यवाही किया जाए।
विधायक अमिताभ बाजपेयी के लेटर पैड पर जारी इस पत्र में कहा गया है कि दोषियों पर कार्यवाही होने से भविष्य में ऐसी घटना न होने की आशा रहती है। वही निर्दोष पर कार्यवाही होती है तो लोकतंत्र से विश्वास डगमगा जाता है। पत्र में मांग किया गया है कि किसी निर्दोष को इस मामले में न फंसाया जाए और अगर कोई निर्दोष जेल में है तो उसे रिहाई मिले।
भाजयुमो नेता को अदालत ने भेजा जेल
कानपुर में बवाल के बाद ट्विटर पर विवादित पोस्ट करने वाले भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व जिला मंत्री हर्षित श्रीवास्तव को पुलिस ने आज बुधवार को जेल भेज दिया। दूसरी तरफ उपद्रव में शामिल चार और आरोपियों की गिरफ्तारी की गई। बवाल में अब तक कुल 54 उपद्रवियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। तमाम अन्य आरोपियों की तलाश में दबिश जारी है। हर्षित श्रीवास्तव ने ट्विटर पर विवादित पोस्ट लिखी थी। कर्नलगंज पुलिस ने हर्षित पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसको गिरफ्तार किया था। एसीपी कर्नलगंज त्रिपुरारी पांडेय ने बताया कि बुधवार को आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से उसको जेल भेज दिया गया है।
5 और हिंसा आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे
कानपुर कमिश्नरेट पुलिस ने बवाल के मामले में शंकर लाल रमानी, नसीम बूटी, मोहम्मद अरशद और आसिफ उर्फ विक्की को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। एक एसआईटी वीडियो व फोटो के जरिये लगातार बवाल में शामिल लोगों की पहचान में जुटी है। जैसे जैसे पहचान हो रही है, वैसे ही उनकी गिरफ्तारी की जा रही है।
ड्रोन से हुवे संदिग्ध मकान चिन्हित
हिंसा प्रभावित इलाके के अलावा आधा दर्जन संवेदनशील क्षेत्रों में बुधवार को ड्रोन से निगरानी की गई। कुछ संदिग्ध मकान चिह्नित किए गए, जहां पर आपत्तिजनक चीजें रखी दिखाई दीं। इस तरह की चीजें रखने वालों पर भी कार्रवाई होगी। बवाल के बाद से लगातार ड्रोन से निगरानी की जा रही है।