महाराष्ट्र सियासी मुद्दा: सुप्रीम कोर्ट में आज होने वाली सुनवाई में जाने किस पक्ष की बात रखेगे कौन वकील, शिंदे-राज ठाकरे की बातचीत पर लगे कयास, टीम उद्धव करेगी अब पलटवार, दाऊद के नाम की हुई अब इंट्री
तारिक़ खान
डेस्क: महाराष्ट्र में सियासी घमासान अब सुप्रीम कोर्ट के चौखट तक पहुच गया है। इस दरमियान आज इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगे। दुसरे तरफ टीम उद्धव ने अब कमर कसी है टीम शिंदे पर पलटवार की। इस दरमियान कल रात राज ठाकरे और शिंदे से हुई बातचीत पर कयास लगाया जा रहा है कि बागी विधायक एमएनएस में विलय कर सकते है। वही दूसरी तरफ एकनाथ शिंदे ने कहा है कि जिनके लिंक दाऊद से है उनसे गठबन्धन कैसे कर ले? इस बात के बाद अब महाराष्ट्र की सियासत में दाऊद के नाम की भी इंट्री हो चुकी है।
विधानसभा उपाध्यक्ष द्वारा 16 बागी विधायकों को नोटिस जारी किए जाने के बाद शिंदे गुट सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है और पार्टी द्वारा उन्हें अयोग्य घोषित करने वाली याचिका को चुनौती देते हुए एक याचिका दायर की है। एकनाथ शिंदे द्वारा ये याचिका दायर की गई है। इसके साथ ही एक और याचिका दायर की गई है, जिसमें विधानसभा में शिवसेना विधायक दल के नेता और चीफ व्हिप की नियुक्तियों में बदलाव को चुनौती दी गई है। वहीं इन सबके बीच, शिंदे ग्रुप, उद्धव ग्रुप और महाराष्ट्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी बात रखने के लिए अलग-अलग दिग्गज वकीलों को पैरवी के लिए रखा है।
आज सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ वकील और पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे और और पूर्व एएसजी नीरज किशन कौल एकनाथ शिंदे और कैंप के लिए कोर्ट में पैरवी करेंगे। वहीं, वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल डिप्टी स्पीकर, महाराष्ट्र विधानसभा के लिए प्रतिनिधित्व करेंगे। इसके साथ ही वरिष्ठ वकील डॉ। अभिषेक मनु सिंघवी शिवसेना (उद्धव खेमे) की ओर से उनकी बात रखते नजर आएंगे। वरिष्ठ वकील देवदत्त कामत महाराष्ट्र सरकार के लिए और सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता केंद्र का प्रतिनिधित्व करेंगे।
इस दरमियान अब इस सियासत में दाऊद इब्राहीम के नाम की भी इंट्री हो गई है। शिवसेना के असंतुष्ट नेता एकनाथ शिंदे ने रविवार को पार्टी नेतृत्व पर निशाना साधते हुए आश्चर्य जताया कि बाल ठाकरे की पार्टी उस दाऊद इब्राहिम के साथ सीधे संबंध रखने वाले लोगों का समर्थन कैसे कर सकती है, जो कई बम विस्फोट करके निर्दोष मुंबईकरों को मारने के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि इस तरह के समर्थन के विरोध में उनके और अन्य विधायकों द्वारा विद्रोह का झंडा उठाया गया है और उन्हें बाल ठाकरे की शिवसेना को बचाने के लिए अपनी जान की परवाह नहीं है।
शिंदे द्वारा रविवार की रात किये गये ट्वीट राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता नवाब मलिक के स्पष्ट संदर्भ में हैं, जो कथित तौर पर दाऊद इब्राहिम के रिश्तेदारों से जुड़े धनशोधन मामले में जेल में हैं। शिंदे ने ट्वीट किया, ‘‘हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना उन लोगों का समर्थन कैसे कर सकती है जिनका दाऊद से सीधा संबंध है, जिसने मुंबई बम धमाकों को अंजाम देकर निर्दोष मुंबईकरों को मार डाला?
इधर, रविवार को टीम शिंदे और मजबूत हो गई। शिवसेना कोटा से मंत्री बनाए गए 9वें विधायक उदय सामंत भी बागी गुट में शामिल हो गए। रविवार को उन्होंने गुवाहाटी की फ्लाइट पकड़ी, जिसकी तस्वीरें भी सामने आई हैं। उदय सामंत के बागी कैंप में शामिल होने के साथ ही महाराष्ट्र में सत्ता संग्राम और तेज होता दिखाई दे रहा है। इस बीच बीच उद्धव एक्शन मोड में आ गए हैं। सूत्रों की मानें तो उन्होंने बागी विधायक जो मंत्री भी हैं के पोर्टफोलियो को छीनने का मन बना लिया है। अगर ऐसा हुआ तो बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे, गुलाबराव पाटिल, दादा भूसे शिंदे, राज्य मंत्री अब्दुल सत्तार और शंभूराजे देसाई की मंत्रीपद जा सकती है।
इस दरमियान शिवसेना नेता संजय राउत और आदित्य ठाकरे के आक्रामक बयानों के बीच केंद्र सरकार ने 15 बागी विधायकों को केंद्रीय सुरक्षा देने का फैसला किया है। महाराष्ट्र में इन बागी विधायकों के घरों औऱ कार्यालयों पर विरोध प्रदर्शन हुए हैं। उनके परिवार को भी सुरक्षा प्रदान की गई है। वफादार शिवसैनिकों ने कुछ जगह तोड़फोड़ भी की है। महाराष्ट्र में शिवसेना के कार्यकर्ताओं द्वारा बागी विधायकों के कार्यालयों में तोड़फोड़ के मद्देनजर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को पत्र लिखकर राज्य में केंद्रीय सुरक्षा बलों की पर्याप्त व्यवस्था करने का आग्रह किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ बागी विधायकों के कार्यालयों और घरों में तोड़फोड़ के दौरान पुलिस ‘‘मूक दर्शक” बनी रही।