राज्यसभा चुनाव: राजस्थान में कांग्रेस को तीन सीट तो भाजपा को एक, वही कर्नाटक में भाजपा को तीन और कांग्रेस को एक सीट पर मिली सफलता, महज़ 30 वोट पाए भाजपा समर्थित सुभाष चंद्रा

अब्दुल रज्जाक

जयपुर: राज्यसभा चुनावों के नतीजे आने शुरू हो गए है। इस क्रम में आज राजस्थान के चार सीट में से भाजपा को महज़ 1 सीट मिली है। दिग्गज मीडिया कर्मी सुभाष चंद्रा जो निर्दल प्रत्याशी के तौर पर खड़े हुवे थे और भाजपा ने उन्हें समर्थन दिया था चुनाव हार गए है। सुभाष चन्द्रा को महज़ 30 वोट हासिल हुवे है। वही कर्नाटक में भाजपा को तीन सीट पर सफलता मिली है जबकि एक सीट कांग्रेस के खाते में गई है। जेडीएस के अध्यक्ष एचडी कुमारस्वामी ने पुष्टि की कि पार्टी के 32 में से दो विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है।

इस बीच क्रोस बोटिंग करने वाले श्रीनिवास गौड़ा से जब पूछा ये गया कि उन्होंने किसे वोट दिया, तब उन्होंने कहा, ” मैंने कांग्रेस को वोट दिया। “कारण पूछने पर कहा कि, “क्योंकि मैं कांग्रेस से प्यार करता हूं।” बता दें कि वो पहले भी कह चुके हैं कि वह एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाले जेडीएस को छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे। वही जेडीएस के अध्यक्ष एचडी कुमारस्वामी ने पुष्टि की कि पार्टी के 32 में से दो विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है। उन्होंने कहा, “हमारी जैसी धर्मनिरपेक्ष पार्टी का समर्थन न करके कांग्रेस ने बीजेपी को मजबूत किया है।”

दूसरी तरफ राजस्थान में कांग्रेस के तीनों उम्‍मीदवारों मुकुल वासनिक,रणदीप सुरजेवाला और प्रमोद तिवारी ने जीत हासिल की है जबकि बीजेपी के धनश्‍याम तिवारी का सफलता हाथ लगी है। मीडिया दिग्‍गज सुभाष चंद्रा निर्दलीय के तौर पर मैदान में थे, उन्‍हें बीजेपी का समर्थन भी हासिल था लेकिन इसके बावजूद वे सफल नहीं हो सके। चंद्रा को 30 वोट मिले।

कांग्रेस के वासनिक और सुरजेवाला को अतिरिक्‍त वोट हासिल हुए। बीजेपी की एक विधायक शोभा रानी कुशवाहा ने क्रॉस वोट किया, इसकी तरह बीजेपी के आधिकारिक प्रत्‍याशी घनश्‍याम तिवारी को भी दो अतिरिक्‍त वोट मिले। राजस्‍थान के राज्‍यसभा चुनावों के नतीजों पर कांग्रेस के प्रमुख रणनीतिकार और राज्‍य के सीएम अशोक गहलोत ने खुशी जताई है। उन्‍होंने ट्वीट किया, “राजस्थान में तीन राज्यसभा सीटों पर कांग्रेस की विजय लोकतंत्र की जीत है। मैं तीनों नवनिर्वाचित सांसदों प्रमोद तिवारी,  मुकुल वासनिक एवं रणदीप सुरजेवाला को बधाई देता हूं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि तीनों सांसद दिल्ली में राजस्थान के हक की मजबूती से पैरवी कर सकेंगे।”

एक अन्‍य ट्वीट में उन्‍होंनेलिखा, “यह शुरू से स्पष्ट था कि कांग्रेस के पास तीनों सीटों के लिए जरूरी बहुमत है परन्तु भाजपा ने एक निर्दलीय को उतारकर हॉर्स ट्रेडिंग का प्रयास किया। हमारे विधायकों की एकजुटता ने इस प्रयास को करारा जवाब दिया है। 2023 विधानसभा चुनाव में भी भाजपा को इसी तरह हार का सामना करना पड़ेगा।”

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