शाहीन बनारसी
वाराणसी: पहाड़ो पर हो रही लगातार बारिश की वजह से नदियों में सैलाब आने की उम्मीदें पुरज़ोर होती जा रही है। इसी वजूहात से बनारस में भी गंगा हर प्रति घंटा तीन सेंटीमीटर की रफ़्तार से बढती जा रही है। बताया जा रहा है कि वाराणसी समेत आसपास के जिलों में बारिश से पहाड़ी नदियों का पानी गंगा में आने के कारण जलस्तर बढ़ा है।
सावन और भादो में गंगा के जलस्तर में काफी तेजी से वृद्धि होने लगती है। जिस वजह से बाढ़ का खतरा भी बन जाता है। वाराणसी में अब तक की सबसे बड़ी बाढ़ 1978 में आई थी। उस समय गंगा का जलस्तर 73.90 मीटर पहुंच गया था। इसे वाराणसी में बाढ़ का उच्चतम बिंदु माना जाता है। 2013 में 72.63 मीटर और 2016 में 72.56 मीटर तक गंगा का जलस्तर पहुंचा था। 2019 में भी खतरे का निशान पार कर गंगा का जलस्तर 71.46 मीटर तक पहुंचा था।
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