नशे पर वार: वाराणसी जीआरपी ने पकड़ा 7 लाख कीमत 3335 शीशी नशीला सिरप, 16 गिरफ्तार
ए0 जावेद
वाराणसी: वाराणसी जीआरपी को नशे के खिलाफ कल रात उस समय एक बड़ी कामयाबी हासिल हुई जब कैंट रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर 4 से 7 लाख रुपये मूल्य के 3335 शीशी नशे के प्रयोग में आने वाले कोडिन सिरप के साथ 16 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्तों में 15 पश्चिम बंगाल के मल्दाह निवासी है और एक चेतगंज थाना क्षेत्र के सराय गोवर्धन का निवासी है।
मिली जानकारी के अनुसार कल रात जीआरपी वाराणसी कैंट पर पोस्टेड सब इस्पेक्टर गज़ब-ए-आलम अपने साथ एसआई संतोष कुमार, हेड कांस्टेबल अतहर अली, इरशाद अंसारी, क़ा0 अजीत कुमार और राहुल कुमार के साथ गश्त में मामूर थे तभी मुखबिर ख़ास से सुचना मिली कि प्लेटफार्म नम्बर 4 पर कुछ युवक नशीला सिरप लेकर किसी ट्रेन की प्रतीक्षा में खड़े है। जानकारी हासिल होने के बाद एसआई गज़ब-ए-आलम ने इसकी सुचना इस्पेक्टर अनिल कुमार शर्मा को प्रदान करते हुवे मौके पर पहुचे।
पुलिस को आता देख मौके पर खड़े युवक तितर बितर होकर भागने की कोशिश करने लगे। मगर पुलिस बल ने दौड़ा कर सभी को पकड लिया। पकडे गए अभियुक्तों के पिट्ठी बैग की तलाशी में पुलिस को कुल 3335 शीशी प्रतिबंधित और नशे के प्रयोग में आने वाली कोडिन सिरप की शीशी बरामद हुई। पकडे गए सभी 16 अभियुक्तों को उनके अपराध का बोध करवा कर आज दोपहर 2 बजे के करीब आवश्यक विधिक कार्यवाही पुलिस ने शुरू कर दिया।
गिरफ्तार अभियुक्तों में पश्चिम बंगाल के मालदा निवासी कय्यूम, शाहिद अफरीदी, रहमतुल्लाह, हसीमुद्दीन, डालिम शेख, अब्दुल राजू, अनवर शेख, जामु शेख, कौशर शेख, असदुल्लाह, साकिब अली, मलिक, मोहम्मद शेख, आलमगीर और दीपकर दास तथा चेतगंज थाना क्षेत्र स्थित सरायगोवर्धन निवासी कलाम शामिल है। समाचार लिखे जाने तक पुलिस मामले में विधिक कार्यवाही कर रही है।
पत्रकारों ने किया बहिष्कार
वही मिल रही जानकारी के अनुसार कैंट जीआरपी इस्पेक्टर अनिल कुमार शर्मा के व्यवहार से नाराज़ पत्रकार समाज ने जीआरपी वाराणसी कैंट की पत्रकार वार्ता का बहिष्कार किया। पत्रकारों का आरोप है कि इस्पेक्टर जीआरपी पत्रकारों से बातचीत की मर्यादा नही रखते है। कैंट निवासी एक पत्रकार ने हमसे हुई फोन पर बातचीत में बताया कि पत्रकारों को जीआरपी थाने पर सम्मान नही मिलता है। इस्पेक्टर के द्वारा उनसे ससम्मान बातचीत नही किया जाता है। जिससे पत्रकार जगत में रोष है।