शाहीन बनारसी
वाराणसी: मुहर्रम का चाँद नज़र आते ही इस्लामिक कलेंडर का नया साल शुरू हुआ साथ ही बलिदान का शहादत का महिना मुहर्रम शुरू हो गया है। इस महीने के शुरू होते ही मजलिसे शुरू हो चुकी है। पिछले दो वर्षो से कोरोना के खतरे के मद्देनज़र मुहर्रम प्रतिबंधो के साथ हुआ था। दो सालो के बाद इस माह के शुरू होते ही हर तरफ हुसैन की शहादत के याद में “या हुसैन, या सकीना या अब्बास या हुसैन” की सदा गूंज रही है।
शहनवाज अहमद गाजीपुर: गहमर थाना क्षेत्र के वारा गांव के पास गंगा नदी में आज…
आदिल अहमद डेस्क: बाबा सिद्दीक़ी के बेटे ज़ीशान सिद्दीक़ी मुंबई की बांद्रा पूर्व सीट से…
तारिक खान डेस्क: संभल ज़िले में रविवार की सुबह जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुई…
तारिक खान डेस्क: महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के साथ ही 14 राज्यों की 48…
आदिल अहमद डेस्क: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के रुझानों में बीजेपी के नेतृत्व वाला महायुति गठबंधन…
तारिक आज़मी डेस्क: झारखण्ड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावो के नतीजो का रुझान सामने आने के…