तारिक़ आज़मी
वाराणसी: बीते रविवार को रात लगभग 11:47-11:50 के दरमियान विशेश्वरगंज तिराहे पर हुवे गोली कांड में अब पुलिस ने पार्षद अंकित यादव पर भी हत्या के प्रयास सहित अन्य गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। यह मुकदमा कोतवाली पुलिस ने हिमांशु यादव के पिता श्याम बाबु यादव उर्फ़ बाला यादव के तहरीर पर दर्ज किया है। पुलिस अब मौके से मिले सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दोनों ही मामलो में जाँच कर रही है। क्राइम नम्बर 83/2022 में तहरीर के मुताबिक पुलिस ने कल यानी सोमवार की देर रात अंकित यादव सहित कुल 4 नामज़द और दो अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया है।
अंकित यादव सहित 4 नामज़द और 2 अज्ञात पर दर्ज हुई इस शिकायत में श्यामबाबु यादव उर्फ़ बाला यादव ने आरोपित क्या है कि अंकित यादव जो उसके पुत्र से रंजिश रखता है पिछले 15 दिनों से लगातार हिमांशु को जान से मारने की नियत से रेकी करवा रहा था तथा कर रहा। इसी क्रम में दिनांक 01/09/2022 को लगभग रात 11:00 मलदहिया से लहुराबीर वाले मार्ग पर हिमांशु जा रहा था, उसी रास्ते में अंकित यादव अपने कुछ साथियों को लेकर हिमांशु यादव को घेर कर जान से मारने की नियत से मारने पीटने लगा हिमांशु किसी तरह अपनी जान बचाकर वहां से कचहरी तक पहुंचा। वहां भी विपक्षीगढ़ पीछा करते हुए प्रार्थी के पुत्र को मारने के लिए पहुंच गए इसके बाद हिमांशु छुपते छुपाते अपने घर पहुंचा। जिसके बाद रात 11:30 बजे हिमांशु यादव अशोक बिहार स्थित अपने दुसरे आवास पर जाने के लिए निकला था तभी विशेश्वरगंज तिराहे पर अंकित यादव और उसके साथियों ने हिमांशु की कार को रोक कर उसका शीशा तोड़ दिया और जान से मारने की नियत से उस पर अंकित यादव ने गोली चलाई। जिससे बचते हुवे किसी प्रकार से हिमांशु यादव अपने घर पंहुचा। पुलिस ने इस मामले में अंकित यादव, साहिल यादव, प्रशांत यादव और कल्लू यादव सहित 2 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
कौन है अंकित यादव ?
अंकित यादव वर्तमान पार्षद है। उसके पिता बंशी यादव भी सपा के पार्षद थे। जिनकी वाराणसी ज़िला जेल में गोली मार कर वर्ष 2005 में हत्या अन्नू त्रिपाठी गैंग ने किया था। यह हत्या वर्चस्व के खातिर होने की बात उस समय पुलिस ने माना था। इस हत्याकांड को प्रदेश के सबसे दुस्साहसिक हत्याकांड में एक माना जाता है जिसमे जेल के गेट पर बुलाकर जेल में बंद व्यक्ति की हत्या हुई थी। इसी हत्याकांड के बाद प्रदेश की कई जेलों की सुरक्षा बढाई गई थी। वर्त्तमान में जो वाराणसी जिला जेल का गेट सड़क से लगा दिखाई दे रहा है पहले वह गेट नही था और न ही बाउंड्री थी। सीधे जेल का मुख्य दरवाज़ा हुआ करता था। जहा बंशी यादव की हत्या हुई थी।
पिता बंशी यादव की हत्या के समय अंकित काफी छोटा था। बाद में वर्ष 2017 में अंकित ने सपा के टिकट पर वार्ड 72 से पार्षद का चुनाव लड़ा और इस चुनाव में उसको बम्पर जीत हासिल हुई। वर्त्तमान में अंकित ने सपा की सदस्यता छोड़ दिया है और बतौर निर्दल पार्षद है। इसके साथ ही अंकित का गिट्टी बालू का भी कारोबार है।
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