ईदुल अमीन
डेस्क: भारत सरकार के सुचना एवं प्रसारण मंत्रलाय से जारी एक बयान के आधार पर जानकारी हासिल हुई है कि केंद्र सरकार ने धार्मिक घृणा फैलाने के मकसद से फर्जी खबरें प्रसारित करने पर 45 वीडियो व 10 यूट्यूब चैनल को प्रतिबंधित कर दिया है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि इस तरह के वीडियो में सांप्रदायिक विद्वेष पैदा करने और देश में सार्वजनिक व्यवस्था को पर चोट करने की बात कही गयी थी।
सरकार की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि मंत्रालय द्वारा अवरुद्ध किए गए कुछ वीडियो का उपयोग अग्निपथ योजना, भारतीय सशस्त्र बलों, भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र, कश्मीर, आदि से संबंधित मुद्दों पर दुष्प्रचार फैलाने के लिए किया जा रहा था। सामग्री को राष्ट्रीय दृष्टिकोण से गलत और संवेदनशील माना गया था।
सरकार की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि मंत्रालय द्वारा अवरुद्ध किए गए कुछ वीडियो का उपयोग अग्निपथ योजना, भारतीय सशस्त्र बलों, भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र, कश्मीर, आदि से संबंधित मुद्दों पर दुष्प्रचार फैलाने के लिए किया जा रहा था। सामग्री को राष्ट्रीय दृष्टिकोण से गलत और संवेदनशील माना गया था।
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