काशी स्टेशन के विकास में दिखेगी शहर बनारस की झलक, बनेंगे छह नए प्लेटफार्म, ट्रेनों की संख्या भी बढ़ेगी
शाहीन बनारसी
वाराणसी: उत्तर रेलवे के काशी स्टेशन पर ट्रेनों की क्षमता और प्लेटफार्मों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इस दिशा में काम तेजी से हो रहे हैं। आने वाले समय में काशी स्टेशन बदले हुए स्वरूप में दिखेगा। शनिवार को उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गांगल ने कैंट स्टेशन पर निरीक्षण के दौरान मीडिया से बातचीत में कहा कि इस स्टेशन पर अभी तक तीन प्लेटफार्म हैं, लेकिन यहां छह प्लेटफार्म विकसित किए जाएंगे।
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने कहा कि इंटर माडल स्टेशन (आइएमएस) का अंग काशी स्टेशन एक बार फिर अस्तित्व में आएगा। ब्रिटिश हुकुमत में इस स्टेशन को जिस तरह से अंग्रेजों ने इसे महत्वपूर्ण बनाया था, उसी तर्ज पर एक बार फिर इस स्टेशन को विकसित करने की कवायद रेलवे की ओर से शुरू की गई है। आने वाले दिनों में काशी स्टेशन बदले स्वरुप में दिखेगा। स्टेशन को बाबा के शहर के मिजाज का ख्याल रखते हुए विकसित किया जाएगा।
अपने दो दिवसीय निरीक्षण दौरे के अंतिम दिन शनिवार को कैंट स्टेशन (वाराणसी जंक्शन) पर पत्रकारों से बातचीत में आशुतोष गंगल ने बताया कि इस स्टेशन पर अभी तीन प्लेटफार्म हैं, जल्द ही छह प्लेटफार्म विकसित किए जाएंगे। यार्ड की निष्प्रयोज्य पड़ी जमीन उपयोग में लाई जाएगी। नए संस्करण की वंदे भारत एक्सप्रेस वाराणसी को भी मिलना तय है।
वाराणसी से डीडीयू स्टेशन तक मालगाड़ियों के साथ ही मेल व एक्सप्रेस गाड़ियों का संचालन होता है, इसके लिए चार लाइन का प्रस्ताव है। गंगा पर मालवीय ब्रिज के समानांतर पुल चार लाइनों की होगी। इससे डीडीयू स्टेशन तक की दूरी व समय काफी कम हो जाएगा। नए ब्रिज का डीपीआर नवंबर तक बन जाएगा। इसके अलावा कैंट स्टेशन पर री-यार्ड माडलिंग मार्च 23 तक पूरा हो जाएगी। लखनऊ तक दोहरीकरण का कार्य लगभग पूरा हो गया है।
जफराबाद के पास गोमती पुल पर कुछ समस्या है जिसे दूर कर लिया जाएगा। इस मार्ग पर ट्रेनों की स्पीड की गति भी बढ़ाई जा रही है। आशुतोष गंगल ने कैंट स्टेशन पर प्रस्तावित रोप-वे के टर्मिनल स्टेशन के चिह्नित स्थल का जायजा लिया। परिसर में विकास कार्यों की जानकारी ली। मंडल रेल प्रबधंक एसके सपरा, सीनियर डीसीएम रेखा शर्मा, सीनियर डीओएम केके रोरा, एडीआरएम लालजी चौधरी, स्टेशन निदेशक गौरव दीक्षित समेत अधिकारी थे।
कैंट स्टेशन (वाराणसी जंक्शन) पर निरीक्षण के दौरान नेशनल फेडरेशन आफ रेलवे लाइसेंस पोटर्स एंड बेयरर्स के बैनर तले कुली संघ ने जीएम आशुतोष गंगल को मांगों का एक ज्ञापन सौंपा। कहा, स्टेशन पर कुलियों के लिए टीन शेड का विश्रामालय है। इसे आरसीसी में तब्दील कराएं, कुलियों को आयुष्मान कार्ड, वर्दी व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का दर्जा दिलाएं। जीएम ने मांगों पर विचार का भरोसा दिया।