शाहीन बनारसी
वाराणसी: दीवाली के पहले ही शहर-ए-बनारस की आबोहवा ज़हरीली होने लगी थी। दिन-ब-दिन हवा में प्रदूषक तत्वों की मात्रा बढती ही जा रही थी। दिवाली के बाद से यानी कि दीवाली के दुसरे ही दिन बनारस की आबोहवा और भी ज़हरीली हो गई थी। अभी भी बनारस की आबोहव में प्रदूषक तत्वों की मात्रा में कमी नहीं हुई है। वही अब बनारस की हवा कमज़ोर फेफड़े और दिल के रोगियों के लिए ठीक नहीं है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार शुक्रवार को सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स 149 दर्ज किया गया। ठंड बढ़ने के साथ ही प्रदूषण का स्तर भी बढ़ने लगा है। सुबह शाम स्मॉग की चादर शहर के साथ ही बाहरी इलाकों में भी नजर आ रही है। शहर में अर्दली बाजार की हवा सबसे ज्यादा खराब है। यहां सुबह में एयर क्वालिटी इंडेक्स 177 था। दूसरे नंबर पर मलदहिया है जिसका एक्यूआई 151 है। भेलूपुर का एक्यूआई 143, बीएचयू का एक्यूआई 125 दर्ज किया गया।
बीएचयू के पर्यावरण व नदी विज्ञानी प्रो0 बीडी त्रिपाठी ने बताया कि हवा में कार्बन, नाइट्रोजन और सल्फर की मात्रा बढ़ने के साथ ही पीएम 2.5 और पीएम 10 की मात्रा भी बढ़ी है। यह कमजोर फेफड़े और दिल के रोगियों के लिए ठीक नहीं है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भी इसे खतरनाक माना है। ऐसे में इस तरह के रोगियों को घर से बाहर निकलने में सावधानी बरतनी चाहिए और आवश्यक होने पर मास्क लगाकर ही निकलना चाहिए।
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