इदुल अमीन (इनपुट: मो0 सुफियान)
बेंगलुरू: पिछले महीने भारी बारिश के बाद कार्यालयों, कॉलोनियों में पानी भरने और शहर के बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाने के बाद पूरे बेंगलुरु में जल निकासी को अवरुद्ध करने वाले निर्माण को हटाया जा रहा है। इस जल भराव में महादेवपुरा क्षेत्र, सरजापुर क्षेत्र और बेलंदूर सहित शहर के कई क्षेत्र जलमग्न हो गए। जिनमें ज्यादात्तर टेक कंपनियों के ऑफिस हैं। जिसके बाद नगर निगम ने इस समस्या का समाधान करने के लिए उन निर्माण को ध्वस्त करने का फैसला लिया जो नालो को अवरुद्ध कर बनाये गए है।
जब दंपति के घर के पास टीम बुलडोजर के साथ पहुंची। दंपत्ति तो सोना सेन और उनके पति सुनील सिंह चिल्लाने लगे कि वे खुद को आग लगा लेंगे। वे अपने घर के बाहर दीवार से चिपके रहे, उनमें से एक के पास पेट्रोल की बोतल थी। वीडियो में देखा जा सकता है कि उन्होंने अपने ऊपर पेट्रोल डाल लिया और तभी पुलिसकर्मी और पड़ोसियों ने उन्हें पकड़कर ऊपर खींचने की कोशिश की। जब दंपति ने माचिस जलाने की कोशिश की तभी उन पर पानी फेंक दिया गया।
पड़ोसियों और अन्य लोगों को दंपति से जल्दबाज़ी में कुछ न करने का अपील करते हुए देखा गया और नगर निगम के अधिकारियों से तोड़फोड़ को रोकने की गुहार लगाई गई। दंपति ने प्रशासन पर उन्हें बेघर करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए दावा किया कि उनके पास यह साबित करने के लिए दस्तावेज हैं कि उनका घर अवैध नहीं है। लेकिन नगर निगम के अधिकारियों ने दावा किया कि दंपति का घर उस इलाके के छह घरों में से एक है, जो एक पानी के नाले पर बनाया गया है।
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